इज़राइल-म्यांमार एक दूसरे के इतिहास पाठ्यपुस्तकों को संपादित करने के लिए समझौते पर किया हस्ताक्षर

इजरायल ने म्यांमार के साथ एक शिक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किया है, जिससे प्रत्येक देश को “पारस्परिक रूप से सत्यापित करने” की अनुमति मिलती है कि कैसे उनके इतिहास दूसरे द्वारा सिखाए जाते हैं। इस समझौते से इज़राइल, म्यांमार दूसरे के सिखाए गए इतिहास को ‘सत्यापित’ करने के लिए सहमत हो हुए हैं।

यह समझौता मंगलवार को आया, क्योंकि दोनों देशों को अंतरराष्ट्रीय आलोचना का सामना करना पड़ रहा है; गाजा की सीमा पार फिलीस्तीनी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बुलेट और आँसू गैस उपयोग करने के लिए इज़राइल को और रोहींग्या पर हुए जातीए सफाया के लिए के लिए म्यांमार को ।

पिछले अगस्त से लगभग 700,000 रोहिंग्या म्यांमार के रखाईन राज्य से भाग गए हैं, अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने म्यांमार पर “जातीय सफाई” का आरोप लगाया है। उधर फिलीस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 30 मार्च से 110 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत इज़राइली बंदूक से हुई है।

समझौते से देशों को “स्कूल पाठ्यपुस्तकों पर पारस्परिक रूप से सत्यापित करने की अनुमति मिलती है, विशेष रूप से … दूसरे राज्य के इतिहास के लिए, जहां आवश्यक हो, एक दूसरे देश सुधार लागू करेंगे।” इजरायल के अन्य देशों के साथ इस क़िस्म के समझौते हैं, विशेष रूप से यूरोप में, जहां समझौते में होलोकॉस्ट शिक्षा शामिल हैं।