हैदराबाद । १०। फरवरी : ( फ़याकस ) : मौलाना सय्यद बिलाल क़ासिमी मुंतज़िममजलिस की इत्तिला के बमूजब मौलाना सय्यद अकबर मुफ़त्तेह ही नाज़िम मजलिस , मौलाना मुहम्मद अब्दुह लकवे नायब नाज़िम और दीगर अरकान तासीसी-ओ-आमिला ने आलम इस्लाम की मशहूर-ओ-मारूफ़ दीनी दरसगाह दार-उल-उलूम ( वक़्फ़ ) देवबंद के शेख़ अलहदीस मौलाना ख़ुरशीद आलम के इंतिक़ाल को मिल्लत-ए-इस्लामीया के लिए एकअज़ीम सानिहा क़रार दिया ।
मौलाना मरहूम ने तक़रीबन 40 साल इलम हदीस की ख़िदमत अंजाम दी । आप दार-उल-उलूम ( वक़्फ़ ) देवबंद के शेख़ अलहदीस थे । मौलाना मरहूम के हज़ारों शागिर्द दुनिया के गोशा गोशा में दीन-ओ-मिल्लत की ख़िदमत में लगे हुए हैं जो आप के हक़ में सवाब जारीया शुमार होंगे ।