इजाफी बर्की शरहों से द्स्तबरदारि का मुतालीबा

सुद्दी पेट के रुक्न असेंबली-ओ-टी आर ऐस क़ाइद मिस्टर टी हरीश राउ ने हुकूमत की जानिब से बर्क़ी शरहों में इज़ाफ़ा के ख़िलाफ़ शदीद नाराज़गी काइज़हार करते हुए इस से फ़ौरी दस्त बर्दारी का मुतालिबा किया। बर्क़ी चार्जस इज़ाफ़ा के ख़िलाफ़ टी आर एस की ज़ेर क़ियादत रेली निकालते हुए हुकूमत का अलामती पुतला नज़र-ए-आतिश किया गया।

इस मौक़ा पर मज़कूरा एहतेजाजी रेली अंबेडकर सर्किलता शहर की अहम शाहराहों से होते हुए बर्क़ी इ आर ओ दफ़्तर तक निकाली गई।

बादअज़ां ब्रहम क़ाइदीन ने हुकूमत का अलामती पुतला नज़र-ए-आतिश किया। मिस्टर हरीश राउ ने मुख़ातब करते हुए कहा कि रियास्ती हुकूमत की जानिब से जिस तरह बर्क़ी शरहों में ग़ैरमामूली इज़ाफ़ा करते हुए अवाम पर 44 हज़ार करोड़ का इज़ाफ़ी बोझ डाला गया है, माज़ी में इस तरह की कोई मिसाल नहीं मिलती।

उन्हों ने लानको जैसी कंपनीयों को सब्सीडी देते हुए भारी क़ीमत पर बर्क़ी ख़रीदारी पर शदीद ब्रहमी का इज़हार किया और हुकूमत से फ़ौरी दस्त बर्दारी का पुरज़ोर मुतालिबा किया।

उन्हों ने कहा कि बर्क़ी शरह में जो इज़ाफ़ा किया गया है, इस पर नज़रसानी करते हुए इज़ाफ़ा का जायज़ा लिया जाएगा, जिस के बाद रियास्ती, ज़िलई और मंडल सतह पर बड़े पैमाने पर एहितजाजी लायेहा-ए-अमल को क़तईयत दी जाएगी।