जगन्नाथपुर थाना इलाक़े के लालखंटगा में रहने वाली तालिबा अपनी इज्जत बचाने के लिए स्कूटी से कूद कर तुपुदाना थाना पहुंच गई। वहां उसने पुलिस को बताया कि वह ट्यूशन पढ़ कर घर लौट रही थी। रास्ते में उसे अशोक मुंडा मिला। अशोक तालिबा की दीदी का देवर है।
अशोक ने तालिबा को रोक कर कहा कि वह घर की तरफ जा रहा है। उसे भी घर छोड़ देगा। तालिबा की साइकिल एक गाड़ी में लोड कर भेज दी। इसके बाद तालिबा को स्कूटी पर बैठा लिया। अचानक उसने घर का रास्ता छोड़ दिया और स्कूटी खूंटी के रोड पर आगे बढ़ा दी। फिर तालिबा के साथ छेड़छाड़ करने लगा। तालिबा ने गाड़ी रोकने को कहा, तो उसने स्पीड और तेज कर दी। तुपुदाना ओपी के पास पहुंचते ही तालिबा स्कूटी से कूद गई और थाना में दाखिल हो गई। मुल्ज़िम फौरन ही वहां से भाग निकला। तुपुदाना पुलिस ने तालिबा को जगन्नाथपुर थाना भेज दिया।
जख्मी हालत में पुलिस को बताई पूरी कहानी
तालिबा स्कूटी से कूदी तो वह जख्मी हो गई। उसके पैर में चोट लगी है। इसके बाद भी वह पुलिस के पास पहुंच गई। उसने पूरी कहानी बताने के बाद अपना इलाज कराया। मुल्ज़िम को पकडऩे के लिए पुलिस उसके घर गई पर वह अपने घर से फरार था। पुलिस ने उसके घरवालों को हिदायत देकर आई है कि अशोक को थाना भेज दिया जाए।