इज‌राईली जेल के बाहर एहितजाजी मुज़ाहरा

यरूशलम । इज‌राईली जेल के बाहर इंसानी हुक़ूक़ की सरगर्म सदस्यों ने भूक हड़ताली फ़लस्तीनी क़ैदीयों से एकता जाहिर करने के लिए एहितजाजी मुज़ाहरा किया और आलमी बिरादरी से मदद की अपील की ।

मिडीया की रिपोर्ट के मुताबिक़ दो फ़लस्तीनी क़ैदी महमूद सरसक और अकरम रीग़ावी इज‌राईली जेल में बेगुनाह क़ैद हैं । इन फ़लस्तीनी क़ैदीयों ने बगै़र इल्ज़ाम के क़ैद में डालने पर भूक हड़ताल कर रखी है ।

कल‌ इंसानी हुक़ूक़ के सरगर्म सदस्य‌ और उन क़ैदीयों के घरवालों ने जेल के बाहर एहितजाजी मुज़ाहरा किया और उन से एकता जाहिर‌ करते हुए इज‌राईली हुकूमत केख़िलाफ़ नारेबाज़ी की और मुतालिबा किया कि बेगुनाह क़ैदीयों को रिहा किया जाये ।

रिपोर्ट में बताया गया है कि महमूद सरसक फुटबॉल का पुर्व‌ खिलाड़ी है जिस ने इज‌राईली डील के बावजूद भूक हड़ताल जारी रखी है और वो पिछ्ले 86 दिन से लगातार‌ भूक हड़ताल किए हुए है।

महमूद सरसक की माँ उम्मे अबदुल अज़ीज़ सरसक ने इस मौके पर इज‌राईली हुकूमत से सवाल किया कि उसे इस के बेटे का जुर्म बताया जाये और ये भी बताया जाये कि उसे और‌ कितने अर्से तक क़ैद रखा जाएगा।