इटालवी शहरीयों का अग़वा मुआमला : माओवादी मुसालहत कारों को हुकूमत की नीयत पर शुबा

इटालवी शहरीयों के अग़वा के मुआमला में हुकूमत उड़ीसा से बातचीत के लिए माइ सुट्टों की जानिब से अपने तीन मुज़ाकरात कारों को नामज़द किए जाने के सिर्फ एक रोज़ बाद ही इन मुज़ाकरात कारों में एक ने हुकूमत के तईं अपने शक-ओ-शुबहात का इज़हार किया है ।

इसका कहना है कि हुकूमत माओवादीयों के 13 मुतालिबात की यकसूई के लिए संजीदा नज़र नहीं आती । सियोल राईट्स रुकन और वकील बसव पर या कनोगो (मुज़ाकरात कारों में से एक ) ने अपने ख़्यालात का इज़हार करते हुए कहा कि माज़ी के तजुर्बा से ये ज़ाहिर होता है कि हुकूमत हमेशा अपने वादों की तकमील में नाकाम रही ।

अगर इस बार भी हुकूमत ने अपने वादों की ख़िलाफ़वर्ज़ी की तो फिर बातचीत करने वाले पैनल का हिस्सा बनने से क़्या फ़ायदा ? कनोगोके इलावा माविस्टों की जानिब से जिन अफ़राद को नामज़द किया गया है इन में नारायण सान्याल जो सी पी आई (माविस्ट)पोलीट ब्यूरो रुकन हैं और फ़िलवक़्त ग्रेड यहां जेल में हैं और सियोल राईट्स कारकुन डंडा पानी मोहंती शामिल हैं ।

वो हुकूमत से बात करते हुए छः रोज़ से जारी यरग़माल बोहरान की यकसूई करने पेशरफ़त करेंगे । कनोगो ने एकबार फिर कहा कि वो मुसालहत कार के तौर पर अपनी ख़िदमात अंजाम देने पस-ओ-पेश का शिकार हैं क्योंकि गुज़शता साल जिस वक़्त मलकानगीरी कलेक्टर का अग़वा हुआ था उस वक़्त हुकूमत से बातचीत करने वाले मुसालहत कारों ने ये शिकायत की थी कि हुकूमत ने उनके जो मुतालिबात तस्लीम किए थे बादअज़ां उन पर अमल आवरी से इनकार कर दिया था इलावा अज़ीं मुझे बतौर मुसालहत कार नामज़द करने से क़ब्ल किसी ने भी मुझसे कोई मुशावरत नहीं की।

याद रहे कि मुसालहत कारों के नामों के इलावा माविस्टों ने लड़ाई बंदी का भी ऐलान किया है और उनके 13 मुतालिबात तस्लीम करने के लिए हुकूमत को सिर्फ आज शाम तक की मोहलत दी है ।