प्रसिद्ध इतिहासकार बासुदेव चटर्जी, जो भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं उनका आज असम के गुवाहाटी में निधन हो गया।
चटर्जी एक शिक्षाविद थे और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में अंडरग्रेजुएट् बच्चो का निरिक्षण करने के अलावा उन्होंने दिल्ली में सेंट स्टीफंस कॉलेज और हैदराबाद विश्वविद्यालय में भी पढ़ाया था।
उन्होंने अभिलेखीय और गैर अभिलेखीय सामग्री जैसे चर्च के रिकॉर्ड, द्वितीय विश्व युद्ध काल के निजी पत्र, मौखिक इतिहास, लोककथाओं और लोक गीतों के दस्तावेजों का दस्तावेज़ीकरण करने का प्रस्ताव भी रखा था।
उनकी पुस्तकों में ‘ट्रेड, टैरिफ़्स एंड एम्पायर: लंकाशायर और ब्रिटिश पॉलिसी इन इंडिया’ और ‘डिक्शनरी ऑफ मार्टियर्स इंडियाज फ्रीडम स्ट्रगल’ शामिल हैं।
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