सऊदी क़ियादत वाले अस्करी इत्तिहाद के जंगी तैयारों ने आज जुमेरात को यमनी दारुल हुकूमत सनआ पर ज़बरदस्त बमबारी की। ऐनी शाहिदीन के मुताबिक़ गुज़िश्ता पाँच माह के दौरान ये सबसे खूँरेज़ बमबारी थी।
इन फ़िज़ाई हमलों में सियासी रहनुमाओं के घरों, ईरान नवाज़ हूसी शीया बाग़ीयों के फ़ौजी अड्डों और ठिकानों को निशाना बनाया गया। दो मिलियन की आबादी वाले शहर सनआ में गुज़िश्ता रात भर धमाकों और एम्बुलेंसों की आवाज़ें गूँजती रहीं, जिनके ख़ौफ़ से तमाम रात शहरी जागते रहे।
एक निजी हस्पताल के एक अहलकार ने अपने बयान में कहा, बीमार अफ़राद ख़ौफ़ज़दा हो कर हस्पताल से फ़रार हो गए। उन्हें डर था कि कहीं नज़दीकी फ़ौजी अड्डे पर होने वाली बमों की बारिश के नतीजे में हस्पताल की इमारत ही मुनहदिम ना हो जाए।
ताहम बमबारी के बाद फ़ौरी तौर पर किसी जानी नुक़्सान की कोई ख़बरें मौसूल नहीं हुईं। इस से एक रोज़ क़ब्ल तिब्बी ज़राए ने बताया था कि सनआ पर किए गए फ़िज़ाई हमले में छः शहरी हलाक हो गए थे।