वजीरे आला हेमंत सोरेन के कियादत वाली हुकूमत के कामकाज की ज़ायजा होगी। मरकज़ी देही तरक़्क़ी वज़ीर जयराम रमेश और रियासती इंचार्ज बीके हरि प्रसाद हुकूमत को हिमायत दे रहे साथी पार्टियों के क़ायेदीनों से हुकूमत के कामों की जानकारी लेंगे। इत्तिहादी पार्टियों के काम के एजेंडे पर भी बहस होगी। कांग्रेस के आला लीडर पार्टी के एसेम्बली रुक्न और वज़ीरों से भी हुकूमत के बारे में फीडबैक लेंगे।
वुजरा से उनके महकमा में किये जा रहे कामों की जानकारी हासिल करेंगे। दोनों लीडर तीन जनवरी को पार्टी के एसेम्बली रुक्न और वज़ीरों के साथ बैठक करेंगे।
चार जनवरी को इत्तिहादी पार्टियों के एसेम्बली रुक्न के साथ उनकी बैठक होगी। इत्तिहादी पार्टियों के लीडरों के साथ हुकूमत के काम मंसूबा पर भी बहस होगी। हुकूमत के अंदर कई मुद्दों पर जारी नाइत्तिहफ़ाक़ी को दूर करने की कोशिश किया जायेगा। रियासत के सादर सुखदेव भगत ने बताया कि पार्टी के आला लीडरों के साथ तरक़्क़ी कामों को लेकर बातचीत होगी। हुकूमत के इत्तिहादी पार्टियों के साथ तरक़्क़ी कामों को तेजी से लागू करने पर बहस होगी। पार्टी एसेम्बली रुक्न के साथ पार्टी के तंजीम मुद्दों पर भी बातचीत होगी। आने वाले लोकसभा इंतिख़ाब को लेकर भी पार्टी एसेम्बली रुक्न के साथ पॉलिसी बनेगी। जमीनी सतह पर तंजीम को मजबूत करने पर भी बहस होगी।