इत्तिहाद के बेगैर हकूक की बाजयाबी मुमकिन नहीं : अमानत आली

होटल बागबान में झारखंड प्रदेश मोमिन कोन्फ्रेंस की नौ तशकील रियासती मजलिस आमला की एक अहम नशिस्त मुनक्कीद हुयी, नशिस्त की सदारत असगर आली अंसारी ने की। जबकि निजामत के फ्रायज़ इशरीश अंसारी ने अंजाम दिया। नशिस्त की शुरुवात मौलाना साफिर अंसारी की तिलावत कलाम पाक से हुयी। इस मौके पर नशीस्श से खिताब करते हुये आल इंडिया मोमिन कोन्फ्रेंस के साबिक़ सदर अमानत आली अंसारी ने कहा के हमे आपस में मिल कर काम करना होगा, इत्तिहाद के बेगैर हम कुछ भी नहीं कर सकते। अगर हमें अपनी ताक़त और मजबूती को हमेशा के लिए बनाए रखना है तो हमें सब कुछ भूल कर एक नयी हुकूमत अमली के तहत मुत्तहीद होकर काम करना होगा। तभी कामियाब होंगे।

आल इंडिया मोमिन कोन्फ्रेंस के साबिक़ सदर ने कहा के आज मोमिन को सिर्फ इस्तेमाल की चीज बना दी गयी है। सभी पार्टियां मोमिन को धोखा दे रही है। लेकिन अब नहीं। बहुत हो गया।सभी पार्टियों को हम सबक सिखाएँगे। जो भी पार्टियां मोमिन के हक़ में काम करेगी हम उसी को अपना समझेंगे, आल इंडिया मोमिन कोन्फ्रेंस के नए कारगुजार सदर मंजूर अहमद अंसारी ने आइंदा 5 जनवरी को इरबा में मुनक्कीद होने वाले मोमिन कोन्फ्रेंस के कोन्फ्रेंस में दिखा देंगे हम किसी से कम नहीं हैं। हमें अब कमजोर न समझा जाये। उन्होने मोमिन से दरख्वास्त करते हुये कहा के 5 जनवरी को होने वाले इजलास को कामयाब बनाएँ और दिखा देंगे के हम बेदार हो चुके हैं। उन्होने कहा के जब तक हम सब एक प्लेटफॉर्म पर नहीं आ जाते तब तक यहाँ के मुसलमानों को उनके हुकुक तरह से हम सिर्फ वोट बैंक बन कर रह जाएँगे। आल इंडिया मोमिन कोन्फ्रेंस के नायब सदर आबिद आली ने कहा के अब वक़्त आ गया है के मोमिन अपना हक़ छीन लें। हमें अपनी ताकत दीखानी होगी। अब मांगना नहीं छीनना होगा। इस मौके पर शहादत हुसैन, असगर अली, अनवर अहमद अंसारी, क़ैसर ईमाम, शमशी, सनाउल्लाह, अब्दुल्लाह अंसारी, अताउल्लाह समेत कोडरमा, गुमला, धनबाद, पाकुड़, गिरिडीह समेत कई जिलों के कारकुन मौजूद थे।