बीजेपी के जरिये लोकसभा के आखरी सेशन में फिरका वराना तशद्दुद के खिलाफ हुकूमत के जरिये लाये जाने वाले बिल को फिरका परस्त सियासत करार देने की शदीद मज़मत करते हुये कोंग्रेसी रहनुमा बारी आज़मी ने कहा के इससे बीजेपी की जेहनियत का अंदाज़ा होता है। उन्होने कहा के बीजेपी हमेशा तशद्दुद की सियासत करती है। इस लिए इसे डर है के इस तरफ की बिल लाये जाने की बाद उसे मुल्क में इंतेशार और तशद्दुद फैलाने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
बारी आज़मी ने मजीद कहा के मुल्क के तरक़्क़ी के लिए किसी भी तरह का तशद्दुद नासूर है और वो तशद्दुद जो फिरका परस्तों की कियादत में हो वो मुल्क की सलामियत के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। लेकिन भाजपायियों को न तो मुल्क की तरक़्क़ी से कोई मतलब है न ही सलामियत से बल्कि उन्हें किसी भी कीमत पर इक्तिदार चाहिए। वो इक्तिदार हासिल करने के लिए कभी राममंदिर, कभी यकसां सूल कोड तो कभी दफा 370 को ठंडे बस्ते में रखते हैं और कभी दफा 370 को निकाल कर मुल्क में बेवजह की बहस छेड़ने की कोशिश करते है। इससे मुल्क में बेवजह हिमायत हासिल हो।
उन्होने कहा के इस मुल्क के 95 फीसद लोग सेकुलर हैं। आज मुल्क में जिस तरह से फिरका परस्ती का जहर घोला जा रहा है इसे रोकने के लिए इन्सदाद फिरका परस्ती तशद्दुद बिल का लाया जाना बहुत ज़रूरी है और मौजूदा वक़्त में वक़्त की अहम ज़रूरत है।