पटना। 13 अक्तूबर (पी टी आई) बी जे पी के सीनीयर क़ाइद ईल के अडवानी ने आज कहा कि इस बात के मुकम्मल इमकानात हैं कि इन डी ए मर्कज़ में आइन्दा हुकूमत तशकील देने का मौक़ा हासिल करेगा, लेकिन उन्हों ने इस सवाल पर कि क्या वो अब भी वज़ारत-ए-उज़्मा के ओहदा की दौड़ में शामिल हैं, कोई जवाब देने से गुरेज़ किया। जिन चेतना यात्रा पर बिहार में आग़ाज़ के मौक़ा पर ज़बरदस्त रद्द-ए-अमल हासिल करने के बाद जबकि चीफ़ मिनिस्टर नतीश कुमार ने भी यात्रा की ताईद की है, अडवानी ने अपनी यात्रा के दूसरे दिन कहा कि वो मलिक के मौजूदा हालात और यू पी ए हुकूमत के अपनी मीयाद मुकम्मल ना करने के इमकानात अवाम के सामने पेश करेंगी। उन्हों ने कहा कि हालाँकि इंतिख़ाबात क़रीब नहीं हैं, लेकिन जिस अंदाज़ में यू पी ए हुकूमत काम चला रही है, अंदेशा पैदा होता है कि इंतिख़ाबात क़बल अज़ वक़्त मुनाक़िद किए जाएंगी। इस बात का मुकम्मल इमकान है कि इन डी ए को आइन्दा हुकूमत तशकील देने का मौक़ा मिलेगा। प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए अडवानी ने वज़ारत-ए-उज़मा के ओहदा के बारे में सवाल का जवाब देने से गुरेज़ किया और इस बारे में तजस्सुस बरक़रार रखा कि वो अब भी दौड़ में शामिल हैं या नहीं। उन्हों ने कहा कि फ़िलहाल इंतिख़ाबात इतने ज़्यादा क़रीब भी नहीं हैं। पार्टी फ़ैसला करेगी कि वज़ारत अज़मी का उम्मीदवार कौन होगा जबकि इंतिख़ाबात क़रीब आजाऐंगी। उन्हों ने वज़ाहत की कि 2009-ए-के इंतिख़ाबात में भी उन्हों ने वज़ारत अज़मी की उम्मीदवारी का दावा नहीं किया था। एक मख़सूस सवाल पर कि क्या वो पार्टी के इत्तिफ़ाक़ करने पर उम्मीदवार बनने रज़ामंद होंगी, अडवानी ने कोई जवाब देने से इनकार किया और कहा कि वो जो कुछ कहना चाहते थे , पहले ही कह चुके हैं। इन की रथ यात्रा का सीता दियारा से जो आँजहानी जुए प्रकाश नारायण की जाय पैदाइश है ,कल आग़ाज़ हुआ था। अडवानी ने कहा कि अवाम अब यात्रा के अग़राज़-ओ-मक़ासिद के बारे में वाक़फ़ीयत हासिल कररहे हैं। अवाम के लिए ये मुम्किन नहीं है कि मुल़्क गीर यात्रा पर कुरप्शन के ख़िलाफ़ अपने साथ जा सकें। काले धन का मसला उठाते हुए अडवानी ने हुकूमत से मुतालिबा किया कि वो बैरून-ए-मुल्क जमा काले धन को हिंदूस्तान वापिस लाने केलिए अब तक के इक़दामात की वज़ाहत करी। उन्हों ने कहा कि आलमी मआशी यकजहती रिपोर्ट बराए बैन-उल-अक़वामी थिंक टैंक अमरीका के मुताबिक़ 1948-ए-से 2008-ए-तक हिंदूस्तान जुमला 213 अरब अमरीकी डालर नाजायज़ मआशी बहाॶ में ज़ाए करचुका है। उन्हों ने कहा कि नाजायज़ मआशी बहाॶ की हिंदूस्तान की जुमला मालियत कम अज़ कम 462 अरब अमरीकी डालर यानी 23 लाख 10 हज़ार करोड़ रुपय है।