नई दिल्ली: इफरात-ए-ज़र की शरह में गिरावट मुसलसल दसवीं माह भी जारी रही और ये आख़िरी अक़ल्लतरीन तारीख़ी हद (-)4.95 फ़ीसद तक पहुंच गई।
अश्या-ए-मायहताज सस्ते होने की बिना अगस्त में भी इफरात-ए-ज़र की शरह में कमी का रुजहान बरक़रार रहा जिसके नतीजे में आर बी आई जारिया माह के दौरान शरहों में कटौती करसकता है।
प्याज़ और दालों की क़ीमत में ताहम इज़ाफ़ा देखा गया हालाँकिदीगर ग़िज़ाई अश्याय की होलसेल क़ीमतों में कमी या फिर मामूली इज़ाफ़ा हुआ है। सेक्रेटरीमाशी उमूर शक्ति कान्ता दास ने कहा कि क़ीमतों की सूरत-ए-हाल में नुमायां बेहतरी आई है।