इफ़रात-ए-ज़र की शरह जल्द मोतदिल हो जाएगी: परनब मुखर्जी

नई दिल्ली ०१ नवम्बर(पी टी आई) वज़ीर फ़ीनानस परनब मुखर्जी ने आज कहा कि इफ़रात-ए-ज़र की शरह बहुत जल्द क़ाबू में आ जाएगी क्योंकि हुकूमत ने रुकावटों को दूर करने के लिए जो कोशिशें की हैं , इस के नताइज बरामद होना शुरू हो गए हैं।

उन्होंने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि मौजूदा इफ़रात-ए-ज़र के दबाव् की बुनियादी वजह ज़रई अशीया की सरबराही में रुकावटें थीं। इस ज़िमन में ज़रूरी इक़दामात किए जा रहे हैं और उन्हें तवक़्क़ो है कि नवंबरता डसमबर मुसबत नताइज भी बरामद होंगी।

इस के नतीजा में इफ़रात-ए-ज़र की शरह एतिदाल पर आ जाएगी। ग़िज़ाई इफ़रात-ए-ज़र की शरह 15 अक्तूबर के ख़तम् तक बढ़ कर 11.43 फ़ीसद तक पहूंच गई थी और तर्कारीयों-ओ-फलों की क़ीमतों में ग़ैरमामूली इज़ाफ़ा देखा गया।

इफ़रात-ए-ज़र पर क़ाबू पाने केलिए रिज़र्व बैंक ने क़र्ज़ा जात पर शरह सूद में इज़ाफ़ा करदिया था। उन्हों ने बताया कि G-20 क़ाइदीन का इजलास कीन्स मॆ आख़िर हफ़्ता में मुनाक़िद होगा।

मर्कज़ी वज़ीर फ़ीनानस परनब मुख्र्जी ने आज उम्मीद ज़ाहिर की कि ई पेमैंट सिस्टम से शफ़्फ़ाफ़ियत में इज़ाफ़ा और करप्शन में कमी होगी। उन्होंने हुकूमत के इलैक्ट्रॉनिक पेमैंट सिस्टम के इफ़्तिताह के मौक़ा पर कहा कि शफ़्फ़ाफ़ अदायगी का तरीक़ा पूरे अदायगी के अमल का पता चलाने में मददगार साबित होगा।

ये अच्छी हुक्मरानी के लिए एक बड़ा इक़दाम है और ये करप्शन के ख़ातमा में एक अहम आला कार साबित होगा। निज़ाम मुकम्मल तौर पर कारकरद हो जाए तो लाखों अफ़राद इस से फ़ायदा उठा सकेंगी।