इफ़रात-ए-ज़र की शरह 7.55 फ़ीसद होगई

इफ़रात-ए-ज़र की शरह माह मई में बढ़ कर 7.55 फ़ीसद होगई क्योंकि आलू, दालों और गेहूं की क़ीमतों में काफ़ी इज़ाफ़ा होगया था। हालाँकि प्याज़ और मेवाजात की क़ीमत में नुमायां कमी देखी गई। होलसेल क़ीमत ईशारीया के तहत अप्रैल में इफ़रात-ए-ज़र की शरह 7.23 फ़ीसद थी।

गुज़शता साल माह मई में ये शरह बढ़ कर 9.56 फ़ीसद होगई थी। वज़ीरफ़ीनानस परनब मुकर्जी ने बेहतर मानसून की तवक़्क़ो ज़ाहिर करते हुए कहा के जारीया मालीयाती साल इफ़रात-ए-ज़र की शरह कम होकर 6.5 ता 7.5 होजाएगी। इस केलिए हुकूमत मौसर इक़दामात कररही है।