रोजा इफ्तार पार्टी में नहीं बुलाया जाना एक युवक को इतना नागवार गुजरा कि उसने दोस्तों के साथ मिलकर शुक्रवार रात अपने रिश्ते की दो भतीजी और एक भांजे समेत तीन मासूमों की गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में तीनों बच्चों के शव गांव धतूरी में ट्यूबवेल में डाल दिए। एसएसपी ने नगर कोतवाल और मुंशी को सस्पेंड करते हुए हत्यारों की तलाश के लिए छह टीम गठित की हैं। शनिवार शाम को पुलिस ने एक आरोपी बिलाल को गिरफ्तार कर लिया।
नगर के मोहल्ला फैसलाबाद निवासी माहे आलम ने बताया कि उनके बड़े भाई जमशेद उर्फ राजा ने शुक्रवार शाम घर पर रोजा इफ्तार पार्टी रखी थी। पार्टी में उनका ममेरा भाई बिलाल निवासी जलीलपुर थाना जहांगीराबाद अपने दोस्तों सलमान और गांव मिर्जापुर के इमरान उर्फ गूंगा के साथ बिन बुलाए ही पार्टी में पहुंच गया। माहे आलम ने तीनों को इफ्तार पार्टी से जाने के लिए कहा। इसपर तीनों नाराज हो गए और उन्हें भुगतने की धमकी देते हुए चले गए।
बताया जाता है कि शुक्रवार रात 9.30 बजे करीब माहे आलम की बेटी अलीबा (7), भतीजी आसमा (9) पुत्री जमशेद तथा भांन्जा अब्दुल (8) पुत्र हसीन अचानक लापता हो गए। माहे आलम के भाई इमरान ने तीनों को बच्चों को आरोपियों के साथ सड़क की ओर जाते देखा था। उसके बाद शनिवार की सुबह धतूरी गांव में बलदेव राज के ट्यूबवेल की होदी में तीनों बच्चों के गोली लगे शव मिले। तीन बच्चों की हत्या से पुलिस में हड़कंप मच गया। एसएसपी एन.कोलांचि, एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव, एएसपी समेत आसपास के थानों का पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। बताया जाता है कि बिलाल पीड़ित माहे आलम का ममेरा भाई है। इनमें सलमान वर्तमान में सीलमपुर जाफराबाद दिल्ली, बिलाल फैसलाबाद में रह रहा था। बताया जाता है कि आरोपी बिलाल एक माह पहले ही जेल से छूटकर आया है। उसकी आपराधिक गतिविधियों के चलते ही माहे आलम का परिवार उससे दूरी बनाकर रखता है।
एसएसपी एन.कोलांचि का कहना है कि एक बच्ची के पिता की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर, एक नामजद आरोपी बिलाल को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य दो हत्यारोपियों की गिरफ्तारी को छह टीम गठित की गई हैं। लापरवाही पर नगर कोतवाल ध्रुव भूषण दूबे और मुंशी अशोक शर्मा को निलंबित कर दिया गया है।