इमतेहानात में कामयाबी के लिए एस एससी कोसचिन बैंक कारआमद

एस एससी कोसचिन बैंक की इशाअत से जो समर आवर नताइज बरामद होरहे हैं और वह कामयाबी के तनासुब की शरह को बढ़ा चुके हैं।

मुस्लिम तबक़ा तालीमी और मआशी तौर पर पसमांदा था आज ऊंचे मुक़ाम पर आने की और आगे बढ़ने की ज़रूरत है। इन ख़्यालात का इज़हार जनाब ज़ाहिद अली ख़ां एडीटर सियासत ने यहां एस एससी कोसचिन बैंक इंग्लिश मीडियम की रस्म इजराई करते हुए महबूब हुसैन जिगर हाल में क्या।

उन्होंने कहा कि मुस्लिम लड़के और लड़कीयां तालीमी मैदान में अच्छे कारनामे अंजाम दे रहे हैं। स्टेट टॉपर सय्यदा फ़ातिमा की मिसाल देते हुए उन्होंने कहा कि ये लड़की ने एस एससी और इंटर मीडीट में टॉपर आकर गोल्ड मिडल हासिल किया है, उस की वजह ये टेलीविज़न से दूर थी उन के घर में टी वी नहीं था।

टी वी के प्रोग्राम परवाज़ में कोताही पैदा करते हैं। हुकूमत की तरफ से तालीम के लिए कम बजट मुख़तस किया गया है इस में इज़ाफ़ा की ज़रूरत है।

सरकारी स्कूलस की हालत अबतर है। माज़ी में आलीया और महबोबीह स्कूलस जो सरकारी थे अपने मयार की वजह नामवर माने जाते थे आज यहां तलबा फ़र्श पर तालीम हासिल करने पर मजबूर हैं।

पुलिस महिकमा को साल भर में 55 करोड़ रुपये जुर्माने से रक़म मौसूल होती है और कई पुलिस स्टेशनों को फाईव स्टार तर्ज़ पर तामीर किया जा रहा है।

उन्होंने सिलसिला तक़रीर जारी रखते हुए तलबा पर ज़ोर दिया कि वो अपने स्कूल के दर्सी कुतुब और मवाद के अलावा उस कोसचिन बैंक को हासिल करके इस से भरपूर इस्तेफ़ादा करें और कामयाबी के साथ अच्छे निशानात और ग्रेड हासिल करें।

एस एससी का नतीजा 8 फ़ीसद से 80 फ़ीसद होगया है। उर्दू मीडियम का नतीजा भी सिफ़र से बढ़ कर 80 फ़ीसद तक पहुंच गया है। इदारा सियासत के तहत तेलुगु कोसचिन बैंक, उर्दू मीडियम कोसचिन बैंक के बाद ये इंग्लिश मीडियम कोसचिन बैंक हर साल शाय करते हुए मुफ़्त तक़सीम किया जाता है।

400 सफ़हात पर मुश्तमिल उस कोसचिन बैंक को असातिज़ा ने बड़ी मेहनत से तैयार किया है। जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने इस अज़म का इज़हार किया कि ये सिलसिला उस वक़्त तक जारी रहेगा जब तक आंध्र प्रदेश की शरह ख़वांदगी 100 फ़ीसद केराला की तरह नहीं होजाती।

उन्होंने तलबा को मश्वरह दिया कि वो इंजीनीयरिंग मेडिसन के अलावा दुसरे कई प्रफेशनल कोर्सेस में भी दाख़िला हासिल करें। इस ज़िमन में इदारा सियासत के तहत कैरीयर कौंसलिंग से इस्तेफ़ादा किया जा सकता है, एम ए हमीद इस के लिए सरगर्म अमल हैं।

आज शादी के साथ तालीम भी एक मसला बन चुकी है। मुस्लिम तलबा इन कुतुब के हुसूल से सख़्त मेहनत करते हुए कामयाबी हासिल करें। मेहमान ख़ुसूसी वि एल मस्तानया रीजनल जवाइंट डायरेक्टर महिकमा तालीमात हैदराबाद ने मेहमान ख़ुसूसी की हैसियत से शिरकत की और अपनी तक़रीर में इदारा सियासत की काविशों की सताइश की और महिकमा तालीमात की तरफ से इन इक़दामात के लिए सियासत से इज़हार-ए-तशक्कुर किया।

उन्होंने तलबा पर ज़ोर दिया कि स्कूल की दर्सी कुतुब के साथ उस कोसचिन बैंक के ज़रीये तैयारी करते हुए अपनी कामयाबी को यक़ीनी बनाईं।

उन्होंने बताया कि आइन्दा साल निसाब बदल रहा है और ये इस निसाब का आख़िरी साल है। इस मौके पर सियासत काल सेंटर ट्रेनिंग के माहिर सय्यद हुस्न उद्दीन अनस ने अंग्रेज़ी लब-ओ-लहजा और पर्सनालिटी डेवलपमेंट पर ख़ुसूसी लेक्चर दिया।