इमामगंज में मिले तीन ताकतवर बम

इमामगंज/डुमरिया : गया जिले के नक्सल मुतासीर इलाक़े के इमामगंज में बम धमाका करा कर पुलिस-सीआरपीएफ पर हमला करने की नक्सली साजिश का खुलासा पीर को मुश्तरका छापेमारी मुहिम के दौरान मेटल डिटेक्टर व डॉग स्क्वाड ने किया। पुलिस ने इमामगंज थाना इलाक़े के लुटीटांड़ गांव से तकरीबन 100 गज की दूरी पर एक दरख्त के नजदीक से तीन ताक़तवर बम बरामद किये। छानबीन करने के बाद तीनों बमों को धमाका कर खत्म कर दिया गया।

डिप्टी कमांडेंट संजीव कुमार ने बताया कि खुफिया इत्तिला मिली कि लुटीटांड़ से लुटुआ जानेवाली देही सड़क पर पांच आइइडी बम लगाये गये हैं। इस पर मुश्तरका मुहिम के तहत सीआरपीएफ 159 के अफसरों, बम स्क्वाइड दस्ते व जवानों की टीम बम की तलाशी के लिए निकली। इसी दरमियान, लुटीटांड़ गांव से तकरीबन 100 गज की दूरी पर एक दरख्त के नजदीक टीम पहुंची, तो जमीन के अंदर तीन ताक़तवर बम होने का इशारे मेटल डिटेक्टर व खोजी कुत्ते (डॉग स्क्वाड) के जरिये मिला। छानबीन करने पर तीन बम बरामद हुए। इनमें एक 25 किलोग्राम व दो 20-20 किलो के थे। लेकिन, दो बमों का सुराग नहीं मिला।

डिप्टी कमांडेंट ने बताया कि नक्सली तंजीम भाकपा-माओवादी की तरफ से जमीन में लगाये गये ताकतवर बमों को देख कर सभी के होश पाख्ता हो गये। तीनों बमों को बारी-बारी से डिफ्यूज कर भाकपा-माओवादी के मंसूबों को नाकाम कर दिया गया। मुहिम में कमांडेंट धीरज वर्मा, छकरबंधा ओपी के एसएचओ रामविलास प्रसाद यादव, सेवरा कैंप के कंपनी कमांडर बीके सिंह के अलावा काफी तादाद मे पुलिस जवानों की अहम किरदार रही।