इमामबाड़ा में दाखिल होने के लिए ड्रेस कोड

लखनऊ: लखनऊ में तारीखी बड़ा और छोटा इमामबाड़ा को देखने के लिए जाने वाले टूरिस्ट्स के लिए जल्द ही ड्रेस कोड लागू किया जा सकता है. ख़्वातीन को इमामबाड़े में जाने के लिए सिर ढकना लाज़मी होगा. साथ ही शार्ट ड्रेस पर भी पाबंदी रहेगी.

शिया मौलाना कल्बे जव्वाद ने जुमे के रोज़ कहा कि लखनऊ ज़िला इंतेज़ामिया ने उन्हें बतौर लिखित यकीन दिया है कि दोनों इमामबाड़ा में टूरिस्ट्स के लिए नियम बनाए जाएंगे. उन्होंने साथ ही कहा कि ये दोनों मज़हबी मुकाम हैं कोई पिकनिक की जगह नहीं है.

लखनऊ के एडिश्नल सिटी मजिस्ट्रेट-2 शैलेंद्र मिश्रा ने इस तरह का खत मौलाना कल्बे जव्वाद को सौंपने की तस्दीक की है.

इससे पहले इमामबाड़ा इंतेज़ामिया ने ख्वातीन के लिए ड्रेस कोड पर मोहर लगाते हुए सिर ढक कर दाखिल होने की शिया फिर्के की मांग को मान लिया. शिया फिर्के की ओर से दो साल पहले उठी इस मांग पर पिछले दिनों हुसैनी टाइगर्स के कारकुनो ने कवायद तेज कर दी थी.

इस पर इतवार के रोज़ को हुसैनबाद ट्रस्ट के सेक्रेटरी एडीएम मगरिबी एचपी शाही ने इस पर अपनी मुहर लगा दी. एडीएम ने बताया कि बड़ा इमामबाड़ा मज़हबी मुकाम स्थल है और शिया फिर्के की अक़ीदे का मरकज़ है. इसलिए शिया फिर्के की मांग के मुताबिक ख्वातीन के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है.

इसके लिए टिकट काउंटर के साथ ही दुपट्टा देने के लिए भी काउंटर बनाया जाएगा, जहां ख़्वातीन को सिर ढकने के लिए दुपट्टा मुहैया कराया जाएगा. जिन ख्वातीन के पास दुपट्टा होगा, उन्हें इमामबाड़े में दाखिल के दौरान सिर ढकने को कहा जाएगा.

हुसैनी टाइगर्स के सदर शमील शम्सी ने ख्वातीन के सिर ढक कर दाखिल होने की मांग को माने जाने पर इंतेज़ामिया का शुकिया अदा किया