नवरात्र के दौरान होने वाले गरबा फेस्टिवल को लेकर मुतनाज़ा बयान देने वाले इमाम मेहंदी हसन की जब कोर्ट में पेशी हुई तो एक शख्स ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया| थप्पड़ मारे जाने पर मेहंदी हसन गिर गए| पुलिस ने हमला करने वाले दोनों नौजवानों को गिरफ्तार कर लिया|
इससे पहले मंगल के रोज़ इमाम को पुलिस ने नाडियाद के रुस्तमपुरा इलाके से गिरफ्तार किया|उनके खिलाफ विश्व हिंदू परिषद के रितेष सुथार ने एफआईआर दर्ज कराई थी|सुथार ने इमाम पर हिंदुओं के जज़्बातों को मजरूह करने का इल्ज़ाम लगाया था|
हसन पर इल्ज़ाम है कि उन्होंने नवरात्रि के दौरान किए जाने वाले गरबा पर काबिल ऐतराज़ बयान दिया था|हसन ने मुबय्यना तौर पर कहा था कि नवरात्रों में मुनाकिद होने वाला गरबे पर शैतानो/ राक्षसों का कब्जा हो गया है|उन्होंने कहा था कि गरबा मज़हबी त्योहार नहीं, बल्कि शैतानो की तफरीह का ज़रिया बन गया है| उन्होंने कहा था कि इस दौरान लोग भड़काऊ कपड़े पहनकर नाचते हैं|हसन के मुताबिक, संत गरबा में नजर नहीं आते हैं| मामले के तूल पकड़ने पर वह अंडरग्राउंड हो गए थे|
विश्व हिंदू परिषद समेत दिगर हिन्दूवादी तंज़ीमों ने इमाम की गिरफतारी नहीं होने पर रियासती सतह की तहरीक का इंतेबाह दिया था|
गौरतलब है कि इमाम हसन गुजरात के उस वक्त के सीएम नरेंद्र मोदी को टोपी पहनाने की कोशिशों के बाद सुर्खियों में आए थे| ये वही इमाम हैं जिन्होंने 2011 में नरेंद्र मोदी को मंच पर टोपी पहनने के लिए दी थी, लेकिन मोदी ने उसे पहनने से इन्कार कर दिया था| बताया गया है कि कोर्ट में पेशी के वक्त लोगों के बीच खड़े राजेश नाम के शख्स ने उन्हें थप्पड़ मार दिया| पुलिस ने उसे फौरन हिरासत में ले लिया|
खेड़ा जिला पुलिस ने उन्हें मंगल के रोज़ काबिल ऐतराज़ बयान देने के इल्ज़ाम में गिरफ्तार किया था|मेहंदी हसन पर मज़हबी जज़्बातों के खिलाफ बयान देने का इल्ज़ाम है|उनके बयान पर विश्व हिंदू परिषद और दिगर तंज़ीमों की मुखालिफत के बाद खेड़ा जिला पुलिस ने यह कार्रवाई की|