हजारीबाग : निगरानी महकमा की टीम ने पीर काे इमारत तामीर महकमा के जूनियर इंजीनियर योगेश तिवारी को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। योगेश तिवारी ओपेन जेल के बाहर ठेकेदार सफीउल्लाह से 40 हजार रुपये घूस ले रहे थे। निगरानी की टीम जेइ काे लेकर उनके सुरेश कॉलोनी वाकेय रिहाईशगाह पर भी गयी।
एक लाख रुपये पहले ले चुके थे जेइ
ओपेन जेल हजारीबाग में 27 लाख की लागत से वाच टावर बनाने का काम किया जा रहा है। इसके टेंडर लेने वाले सफीउल्लाह हैं। टावर बनाने का काम तकरीबन पूरा हो गया है। फाइनल बिल पास करने के नाम पर जेइ ने डेढ़ लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी। सफीउल्लाह ने जानकारी दी कि जेइ काे एक लाख रुपये पहले ही दे दिये गये थे। बाकी 50 हजार रुपये के लिए ठेकेदार काे परेशान किया जा रहा था। सफीउल्लह ने इसकी शिकायत निगरानी सेल के डीएसपी प्राण रंजन से की थी। निगरानी की जांच में शिकायत सही पायी गयी। पीर को निगरानी टीम ने जाल बिछा कर योगेश तिवारी को पकड़ा।