बड़ौदरा टीम के घरेलू टी-20 मैचों में युसूफ पठान ने खेलने से मना कर दिया, वह इन दिनों मेडिटेशन कर रहे हैं, वह इसे और आगे बढाना चाहते हैं, इस लिए उन्होंने इसकी जानकारी नियम अनुसार बीसीसीआई को दे दी.
भारतीय टीम की गेंदबाजी को कभी विश्व में चमकाने वाले इरफान पठान की जगह आज घरेलू टीमों में भी नहीं है. भारत के बेहतरीन स्विंग गेंदबाज इरफान पठान को बड़ोदा चयनकर्ताओं ने एक बार नजरंदाज कर दिया है.
चयनकर्ताओं ने यह दूसरी बार है जब पठान के साथ ऐसा सुलूक किया है, इससे पहले रणजी में आश्चर्यजनक रूप से बाहर कर दिया गया था. यही नहीं मुस्ताक अली ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में कभी गेंदबाजी के अगुआ रहे मुनाफ पटेल को भी शामिल नहीं किया है.
इरफान पठान बड़ोदा टीम के कप्तान थे, उनकी अगुवाई में टीम को अक्टूबर से शुरू हुई रणजी ट्रॉफी खेलनी थी. लेकिन बीच सत्र से उनसे न केवल टीम की कप्तानी छीन ली गयी थी, बल्कि टीम से बाहर कर दिया गया था. चयनकर्ताओं ने उनसे कप्तानी छीन दीपक हुड्डा को कप्तान बनाया था.