मिसिज़ शर्मीला ने तेलगूदेशम क़ाइद इरम नायडू की हादिसाती मौत का ज़िम्मेदार हुकूमत को क़रार देते हुए कहा कि अगर 108 एम्बुलेंस सर्विस में ऑक्सीजन की सहूलत होती तो वो मौत की नींद नहीं सोते, बल्कि हमारे दरमयान होते।
उन्हों ने अपनी पदयात्रा के दौरान अनंत पूर के असेंबली हलक़ा औवरकुंडा में ख़िताब करते हुए कहा कि रियासत में सड़क हादिसात की तादाद में ग़ैर मामूली इज़ाफ़ा हुआ है। हुकूमत एहतियाती इक़दामात के तौर पर इन हादिसात को रोकने में नाकाम हो गई है।
इरम नायडू की मौत की ज़िम्मेदार हुकूमत है, क्योंकि हादिसा का शिकार होने के बाद तेलगूदेशम क़ाइद ज़ख़मों से चूर थे। पहले तो 108 सर्विस ताख़ीर से पहुंची और इस पर सितम ज़रीफ़ी ये कि इस में ऑक्सीजन की सहूलत नहीं थी।
अगर बर वक़्त ऑक्सीजन की सहूलत फ़राहम की जाती तो उन की जान बच सकती थी, यानी हुकूमत की ग़फ़लत ने उन की जान ली। उन्हों ने कहा कि जगन बेक़सूर हैं, वो बहुत जल्द आप के दरमयान होंगे।
जगन को आप लोगों ने जिस तरह से प्यार दिया है, उसे दोनों जमातें बर्दाश्त नहीं कर सकतीं, हसद और जलन में कांग्रेस-ओ-तेलगूदेशम ने साज़िश रच कर उन्हें जेल भेज दिया।