वाशिंगटन 7 मार्च ( ए पी) अमरीका ने इराक़ जंग पर 10 साल के दौरान 160 अरब डॉलर का खर्च तो कर दिया लेकिन उस के इंतिहाई मामूली नताइज बरामद हुए और इराक़ अभी भी बेइंतिहाई ग़ैर मुस्तहकम और टूटा हुआ है कि ख़ुद उस ( इराक़ ) के लीडर्स अब ये सवाल करने पर मजबूर हो गए हैं कि इस जंगज़दा मुल्क की दुबारा तामीर के लिए अमरीकी कोशिशें आया कभी बरआवर भी साबित हुई हैं।
शीआ वज़ीरे आज़म अल मालिकी ने कहा कि फंड्स का ग़लत इस्तेमाल हुआ है । बाअसर सुन्नी रहनुमा और इराक़ी पार्लियामेंट के स्पीकर उसामा अल नजफ़ी ने कहा कि इराक़ की दुबारा तामीर के लिए अक्सर अमरीकी कोशिशों का बिलउमूम ना पसंदीदा असर देखा गया है
। कुर्द रहनुमा ने कहा कि क्या आप समझते हैं कि किसी मसला पर दौलत फेंक देने से मसला हल हो जाता है।