इराक़ी बोहरान हिंदुस्तान की तेल सरबराही पर असरअंदाज़ नहीं होगा

मर्कज़ ने आज एक अहम बयान जारी करते हुए कहा कि फ़िलहाल इराक़ हमारी तवज्जो का मर्कज़ है और वहां मौजूदा सूरत-ए-हाल तशवीश के बाइस है। उम्मीद‌ है कि वहां जारी ख़ानाजंगी का असर हिंदुस्तान की तेल सरबराही पर नहीं होगा।

मुमलिकती वज़ीर-ए-दिफ़ा राउ इंद्रजीत सिंह ने अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि हमारे लिए अब इराक़ तशवीश के बाइस बन गया है। हमारी तेल पाइप लाइंस जुनूबी इराक़ से होकर गुज़रती हैं। अब तक दहशतगरदों ने इन पाइप लाइंस को निशाना नहीं बनाया है ताहम हुकूमत हालात पर कड़ी नज़र रखे हुए है।

बादामी बाग़ कंटोनमेंट में जंगी शहीदों की यादगार पर गुलहाए अक़ीदत पेश करने के बाद उन्होंने कहा कि उम्मीद‌ है कि इराक़ में हालात बेहतर होजाएंगे और हिंदुस्तान के लिए तेल सरबराही मुतास्सिर नहीं होगी। इस मौक़ा पर एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ दो रुख़ी बातचीत सिर्फ़ उसी वक़्त कामयाब होसकती है जब पाकिस्तान अपने इस वादा को पूरा करे कि पाकिस्तानी सरज़मीन को हिंदुस्तान के ख़िलाफ़ दहशतगरदों को इस्तिमाल करने नहीं दिया जाएगा।

पाकिस्तान के साथ हमारा यही बुनियादी मसला है जहां पाकिस्तान, हिंदुस्तान के ख़िलाफ़ दहशतगर्दी के लिए दहशतगरदों को अपनी सरज़मीन इस्तिमाल करने की इजाज़त देता आरहा है। अगर पाकिस्तान दहशतगरदों की मदद नहीं करता है तो हिंद-ओ-पाक के दरमयान अमन मुज़ाकरात के लिए हालात साज़गार होसकते हैं।

सिंह ने कहा कि बंदूकों के साय में मुज़ाकरात नहीं किए जा सकते। लिहाज़ा ये उम्मीद‌ की जा सकती है कि हालात पुरअमन होंगे और बातचीत में पेशरफ्त होगी। उन्होंने कश्मीर के बारे में कहा कि वहां हालात ना सिर्फ़ कंट्रोल में हैं बल्कि गुजिश्ता कुछ साल के दौरान हालात में बेहतरी भी पैदा हुई है और इसके लिए वहां मौजूद मुसल्लह अफ़्वाज ज़िम्मेदार है जिस ने हालात को बेक़ाबू होने नहीं दिया।