इराक़ के एक सख़्त गीर रहनुमा मुक़तदा-अलसदर ने वज़ीर-ए-आज़म नूरी अलमालिकी को ख़बरदार किया है कि मुल्क में अरब बहारिया की तर्ज़ तबदीली नविश्ता-ए-दीवार है। अलसदर ने अलमालिकी की पालिसीयों पर कड़ी तन्क़ीद करते हुए उन के इस्तीफ़े का मुतालिबा किया है।शीया रहनुमा ने अलमालिकी से मुतालिबा किया है कि वो सियासी क़ियादत को इराक़ की तामीर का मौक़ा दें।
उन्हों ने कहा कि इराक़ की मौजूदा हुकूमत तमाम फ़ैसले अपने तौर पर कर रही है। बग़दाद की हुकूमत इराक़ के सयासी रोड मयाप में शामिल दूसरी जमातों और काबीना के तमाम वुज़रा को एतिमाद में नहीं ले रही है। उन्हों ने कहा कि इराक़ी हुकूमत शहरीयों को सहूलयात दे।
चंद दिन पहले शदीद बारिशों से पैदा होने वाली सूरत-ए-हाल हुकूमत की नाकामी का मुँह बोलता सबूत है।