इराक़ में बम हमला , 21 हलाक, 100 जख्मी , हरतरफ़ ख़ून और नाशें

बग़दाद और आस पास हुए बम धमाकों में कम से कम 21 लोग हलाक और 100 से ज़ाइद जख्मी हुए हैं। इस माह जिस क़दर ख़ूँरेज़ी हुई है इस से ये अंदेशे पैदा होगए हैं कि इराक़ में एक मर्तबा फिर बड़े पैमाने पर फ़िर्कावाराना लड़ाई छिड़ सकती है। दिसंबर में अमरीकी फ़ौज की वापसी के बाद से मुल्क में कशीदगी बहुत बड़ी हुई है।

इराक़ के शीया सुनी और कुरद फ़िरक़ों के दरमयान सयासी बोहरान(संकट) से तशवीशात और बढ़ गई हैं। कल के सब से बड़े वाक़्या में कम से कम 8 अफ़राद हलाक और 30 जख्मी हो गए थे जब शीया अक्सरीयती ज़िला बश्शाश में पार्क की गई टैक्सी में बम फट गया था। हर तरफ़ लाशें पड़ी थीं। हर तरफ़ शीशे और सबज़ीयां बिखरी पड़ी हैं।

एक पुलिस वाले अहमद नूरी ने बताया कि मुझे ऐसा लग रहा है कि मेरे तमाम कपड़े ख़ून में भीग गए हैं और मेरे सांस में ख़ून की बू बस गई है।बेशतर मरने वाले दुकानदार हैं जो गाहों के आने से क़बल अपनी दुकानें सज़ा रहे हैं।

इस ने बताया कि कई जगह सबज़ीयों पर ख़ून ही ख़ून पड़ा हुआ है। ।2003 जब अमरीका ने हमला किया था इस के बाद 2007।006 में मसलकी लड़ाई उरूज पर थी। इस के बाद वो तशद्दुद कम होगया ताहम (लेकिन) बाग़ी अब भी मुहलिक हमला करने की सलाहीयत रखते हैं।