इस्लामिक स्टेट ने बुध के रोज़ इराक में 30 सुन्नी लीडरों को कतार में खडा कर गोलियों से भून दिया। इराकी आफीसरों के मुताबिक, ये सभी मुकामी कबिलाई लीडर थे। यह वाकिया दारुल हुकूमत बगदाद के मगरिब में वाके हीथ कस्बे की है। मारे गए सभी सुन्नी लीडरों पर इस्लामिक स्टेट के खात्मे के लिए तज़ीम खडा करने का इल्ज़ाम था। सभी को आवामी तौर पर लाइन में एक साथ खडाकर गोलियों से भून दिया गया।
मुकामी लोगों के मुताबिक, आईएस ने पहले सुन्नी लीडरों को पूरे कस्बे में परेड करवाई। इस दौरान लाउडस्पीकर पर एक शख्स लोगों को पैगाम दे रहा था। पैगाम में वह इन सभी की सजा के बारे में बता रहा था और इन्हें काफिर करार दे रहा था। इसके बाद मशरूफ सडक पर सभी को एक लाइन में खडा करके रायफल से भून दिया गया। तस्वीरों में एक लाइन से ज़मीन पर बिछी हुई लाशें देखी जा सकती हैं।
अनबर सूबे के काउंसिल चेयरमैन सबाह करहौत ने बताया कि मुकामी कबीलाई लीडर इराकी सरकार और सेक्युरिटी फोर्स के साथ मिलकर आईएस के खिलाफ लामबंद हो रहे थे। उन्होंने इस इज्तिमायी कत्लेआम को इंसानियत के खिलाफ बताया है। उन्होंने अनबर सूबे में बैनुल अक्वामी कम्युनिटी से सुन्नी कबीलाइयों को मदद देने की मांग रखी है।
उधर, अमेरिकी फौज का कहना है कि उसने इराक और सीरिया दोनों ही जगह इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर हमले किए हैं। इराकी फौजियों का कहना है कि वे बैजी की तरफ बढ रहे हैं। यहां मुल्क की सबसे बडी तेल रिफाइनरी जून से ही इंतेहापसंदो के कब्जे में है।