ना वाबस्ता तहरीक चोटी इजलास से क़बल कल तेहरान में हिंद । इरान और अफ़्ग़ानिस्तान सहि फ्रीकी मुज़ाकरात मुनाक़िद होरहे हैं । इस मौक़ा पर सिक्योरिटी और मआशी सूरत-ए-हाल पर तबादला ख़्याल होगा और छाबहार बंदरगाह से मूसिर इस्तिफ़ादा का जायज़ा लिया जाएगा जो कि एक ग़ैर मामूली तिजारती वेंचर है ।
इन मुज़ाकरात में तीन ममालिक के वुज़राए ख़ारिजा (विदेश मंत्री )शिरकत करेंगे । मोतमिद ख़ारिजा हिंदूस्तान रंजन मथाई ने आज ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बात चीत करते हुए ये तफ़सीलात बताई । इस इजलास की पहल इरान की तरफ़ से हुई है ।
तहदीदात से मुतास्सिरा इस मुल्क ने छाबहार बंदरगाह को तिजारती अग़राज़ से इस्तिमाल करते हुए दीगर ममालिक को भी दावत दी है क्यों कि ये बंदरगाह हिंदूस्तान को अफ़्ग़ानिस्तान और वसती एशया में तिजारत के वाफ़र मवाक़े फ़राहम करती है । तवक़्क़ो है कि अफ़्ग़ानिस्तान में सिक्योरिटी की सूरत-ए-हाल पर भी ग़ौर-ओ-ख़ौस किया जाएगा ।
इस दौरान वज़ीर आज़म मनमोहन सिंह ना वाबस्ता तहरीक चोटी इजलास में शिरकत के लिये 28 अगस्त को इरान रवाना होंगे । वो इरान के रुहानी रहनुमा आयत उल्लाह अली ख़ामना ई और सदर महमूद अहमदी नज़ाद से भी मुलाक़ात करेंगे । इरान । पाकिस्तान । हिंदूस्तान पाइपलाइन प्रोजेक्ट के बारे में याश सिन्हा जवाइंट सेक्रेटरी वज़ारत उमूर ख़ारिजा ने कहा कि इस मसला पर आइन्दा माह हिंद ।
इरान जवाइंट वर्किंग ग्रुप इजलास में तबादला ख़्याल होगा । जब उन से पूछा गया कि 13 फरवरी को इसराईली सिफ़ारत कार पर हमला का मसला भी उठाया जाएगा ।
उन्हों ने जवाब दिया हिंदूस्तान यक़ीनन इरान से ख़ाहिश करेगा कि इस मुआमला में मुकम्मल तआवुन करे ताकि इस मुआमला को मंतक़ी अंजाम तक पहुंचाया जाय ।।