* बग़दाद में 7 फरीकी बात चीत , मामूली पेशरफ़्त , मज़ीद सख़्त पाबंदीयों की बर्तानवी धमकी
बग़दाद / बग़दाद में इरान के न्यू कलईर प्रोग्राम पर हुई दो रोज़ा बातचित में इरान और 6 ताक़तवर मुल्कों की बात चीत में मामूली पेशरफ़्त हुई है ।अब ये बातचित अगले माह मोस्को में मुनाक़िद होने वाली दूसरे दौर की मीटिंग में होंगे ।
इस मिटींग में क़ाइदीन अहम मस्लों पर बात चीत करेंगे । इरान और 6 दुनीया कि ताक़तों की तरफ से अगली सिफ़ारती कोशिशें की जाएंगी। बातचित में शामिल मुल्कों में अमेरीका , रूस , चीन , बर्तानिया , फ़्रांस और जर्मनी शामिल हैं । इन मुल्कों की 11 घंटों लंबी कोशिशों में कुछ पेशरफ़्त की उम्मीद की गई थी लेकिन एसा नहीं हुआ ।
योरोपी यूनीयन की विदेश पोलीसी की प्रमुख कैथरिन एसोथन ने कहा कि हम इस मसले को हल करने के लिए पाबंद अह्द हैं । ये मस्लें बातचित के ज़रीये ही हल किये जाएगे । हमारी हर कोशिश मसले को हल करने के लिए होगी । दो दिन कि बातचित में बहुत तेज़ी दिखाई गई थी । लेकिन उन्हों ने कहा कि बातचित के दौरान बडे बडे इख़तिलाफ़ात बाकि रहे ।
इरान को दुनिया के लोगों की चिंता को दूर करने के लिए तुरंत ठोस और अमली इक़दामात करने होंगे । 6 मुल्क चाहते हैं कि इरान अपनी न्यूकलीयर सरगर्मियों को खत्म करदे। लंदन से मिली खबरों के मुताबिक बर्तानिया ने ईरान को ख़बरदार किया है कि अगर वो अगले माह मोस्को में तय ताज़ा जौहरी बातचित से पहले तुरंत और ठोस इक़दामात नहीं उठाता तो वो पाबंदीयां सख़्त कर देगा ।
बग़दाद में ईरान और छः दुनिया कि ताक़तों के दरमयान दो रोज़ तक जारी रहने वालि मिटींग के बाद बातचीत करते हुए विलियम हेग ने कहाकि अभी तक महदूद पेशरफ़त हुई है और अब भी बड़े इख़तिलाफ़ात मौजूद हैं।
हेग ने कहाकि पी फाईव पुलिस वन का वाज़िह और मुत्तफ़िक़ा नतीजा ये है कि ईरान को पेशरफ़त के लिए तुरंत ठोस इक़दामात उठाने की ज़रूरत है , इस ग्रुप में बर्तानिया ,चीन , फ़्रांस , रूस और अमेरीका समेत जर्मनी शामिल हैं।
उन्हों ने एक बयान में कहा अगर ईरान संजीदा रवैये में नाकाम रहता है तो उन्हें कोई शक नहीं रहेगा कि हम पाबंदीयों के ज़रीये दबाव बढ़ाएंगे जिन में तेल की दरआमदात पर पाबंदी पर पहले ही इत्तिफ़ाक़ हो चुका है और हम दुसरे मुल्कों से भी कहेंगे कि वो भी एसा ही करें।हम जौहरी मसले का बातचित के ज़रीये पुरअमन हल तलाश करने के लिए सिफ़ारती अमल के साथ मुकम्मल तौर पर पुरअज़म हैं और हम ये मक़सद हासिल करने के लिए हर कोशिश कर रहे हैं।लेकिन मोस्को में अगली मुलाक़ात में हमें ईरान की तरफ़ से ठोस पेशरफ़्त देखना है।