तेहरान, ११ अक्तूबर (ए एफ पी) इरान के सुप्रीम रहनुमा अयातुल्लाह अली खुमैनी (Ayatollah Khomeini) ने कहा कि इरान पर तहदेदात (पाबंदी) बरबरीयत अंगेज़(हैवानियत जैसा) है। मग़रिबी ममालिक की जानिब से आइद की जाने वाली बरबरीयत अंगेज़ तहदेदात (हैवानियत/ अत्याचार जैसी पाबंदी) )पर इरान बहुत जल्द क़ाबू पा लेगा।
इरान के मुतनाज़ा ( वीवादित) न्यूक्लीयर प्रोग्राम पर मग़रिब का ग़ुस्सा गैर ज़रूरी है। टेलीवीज़न पर पेश करदा उन की तक़रीर में खुमैनी ने कहा कि इरान पर बरबरीयत अंगेज़ तहकीकात नाफ़िज़ ( लागू) करना इस मुल्क के ख़िलाफ़ जंग के मुतरादिफ़ ( बराबर/ जैसा) हैं
लेकिन इरानी अवाम उन की कोशिशों को शिकस्त देंगे। शुमाल मशरिक़ी सूबा ( प्रांत) ख़ोरसतन का दौरा करने के दौरान उन्होंने मग़रिब पर ये भी इल्ज़ाम आइद किया ( आरोप लगाया) कि इरान के एटमी ( न्यूकलर) प्रोग्राम को वापस लेने से मुताल्लिक़ इरान की जानिब से ज़मानत देने के बाद ही तहदेदात ( पाबंदी) वापस लेने से मुताल्लिक़ मग़रिब की पेशकश झूटी है।
इरान ने अपने एटमी प्रोग्राम को सिर्फ शहरी तरक़्क़ी के मक़ासिद ( मकसदो) के लिए शुरू किया है। मग़रिब को शुबा ( संदेह) है कि इरान न्यूक्लीयर हथियार हासिल करने की कोशिश कर रहा है जबकि इरान ने इस की मुतअद्दिद ( कई) बार तरदीद ( खंडन) की है ।
खुमैनी ने कहा कि तहदेदात ( पाबंदी) से इस मुल्क के लिए मसाइल ( समस्या) पैदा होंगे । उन मसाइल ( समस्याओं) से निमटने/ निपटने के लिए बाअज़ सख़्त इक़दामात (कार्यनिष्पादन) भी करने होंगे । इस सिलसिला में उन्होंने मज़ीद ( ज़्यादा) वज़ाहत नहीं की ।
हमारे दुश्मन ममालिक अमेरीका और योरोपी हुकूमतों ने इन दिनों तहदेदात ( पाबंदियों) को इरान के न्यूक्लीयर तवानाई से मरबूत कर (मिला/ जोड़) दिया है । ये लोग झूट बोल रहे हैं। इन का मुल्क ख़ालिस ( निश्छल) शहरी फ़रोग़ के लिए न्यूक्लीयर तवानाई ( प्रमाणू उर्जा) हासिल कर रहा है।
मग़रिबी ताकतें इस्लामी जमहूरीया ( प्रजातंत्र) के ख़िलाफ़ मआशी ( आर्थिक )मैदान को तंग कर रहे हैं। खुमैनी ने इरान के ख़िलाफ़ तहदेदात ( पाबंदी) को योरोपी यूनीयन की जानिब से ताईद ( समर्थन) किए जाने को अहमक़ाना क़रार दिया। उन्होंने कहा कि अमेरीका की ख़ातिर ये लोग अपनी क़ुर्बानियां दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम तमाम मुश्किलात से बाहर निकलने में कामयाब होंगे जबकि योरोपी ममालिक अपने ही जाल में फंस कर पेचीदा मआशी मसाइल ( आर्थिक / माली समस्याओ) का शिकार होरहे हैं। योरोपी यूनीयन ने जुलाई में इरान के ख़िलाफ़ तेल तहदेदात नाफ़िज़ किए हैं।
इसके इलावा अमेरीकी ज़ेर क़ियादत तहदेदात के बाद आलमी ( विश्व) बैंकों ने भी तेल की सरबराही बंद कर दी है। इरान और मग़रिबी ममालिक के दरमियान कई सालों से मुज़ाकरात (आपसी बात चीत) मुनक़ते ( रुकि ) है। तेहरान पर अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसल की जानिब से भी आलमी तहदेदात ( विश्व स्तरीय पाबंदी) नाफ़िज़ ( लागू) हैं।