इरान पर हमले के लिए अमेरीका – इसराईल मंसूबा

यरूशलम, १० अक्तूबर ( पी टी आई ) अमेरीका और इसराईल इरान की न्यूक्लियर तनसीबात (परमाणु सुविधाओं/nuclear facilities) पर शदीद हमला के इमकानात पर गहरा गौर व ख़ौज़ कर रहे हैं। ये हमला इमकान ( संभावना) है कि एक या दो दिन जारी रहेगा ।

डेविड रूथ कोट के एक मज़मून में जो ख़ारिजा पॉलीसी नामी रिसाला (पत्रिका) में अमरीका ‍ इसराईल मुज़ाकरात ( आपसी बात चीत) से क़ुरबत ( नज़्दीकीपन) रखने वाले एक ज़रीया के हवाले से शाय ( प्रकाशित) किया गया है कहा गया कि फ़िज़ाई ( हवाई) हमला इमकान है कि चंद ही घंटों में किया जाएगा और सिर्फ एक या दो दिन जारी रहेगा ।

रूथ कोट क्लिन्टन नज़म-ओ-नसक़ में बरसर-ए-कार रह चुके हैं (Rothkopf, who was an undersecretary of commerce in the Clinton administration,) और ओबामा नज़म-ओ-नसक़ के आला सतह के ओहदेदारों से भी उन के गहरे रवाबित ( संबंध) क़ायम हैं। उन्होंने कहा कि उसे किसी हमले का ख़तरा सिर्फ मलावओ पर धाक जमाने का एक मौक़ा है ।

मज़मून में कहा गया है कि इस हमले में इरानी यूरेनियम अफ़ज़ोदगी (समृद्धि/Enrichment) तनसीबात को भी निशाना बनाया जाएगा । ज़रीया के बमूजब ( मुताबिक) फ़िलहाल मुतबादिल ( अदल बदल) तरीकों पर ग़ौर किया जा रहा है जो अमेरीका इसराईल मुशतर्का फ़ौजी कार्रवाई की बुनियाद होंगे ।

ऐसी किसी कार्रवाई में ज़्यादातर बमबार तय्यारों और ड्रोन तय्यारों की मदद ली जाएगी । रूथ कोट ने कहा कि वो इस पॉलीसी की इंतिज़ामीया ( प्रबंध) के चौखटे में वकालत करते हैं क्यो‍कि उन्हें यक़ीन है कि इससे ना सिर्फ फ़ौरी तौर पर इरान के मक़सद को धक्का लगेगा बल्कि इरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम पर भी मुरत्तिब ( असर ) होगा ।

लेकिन मज़मून ( लेख) में कहा गया है कि इसका भी इमकान ( संभावना) है कि ज़्यादा सयासी एतबार से काबिल अमल मंसूबा अमेरीका में तैयार किया जाना चाहीए । इसका भी इमकान है कि एसा इक़दाम ( कार्यनिष्पादन) पूरे इलाक़ा को फ़ायदा पहुँचाएगा । रूथ कोट ने कहा कि इराक़ , शाम ( Syria) , लेबनान अमन कार्रवाई में शामिल हो सकते हैं और् ख़लीजी ममालिक ( देशों) को महफ़ूज़ इलाक़ा बना सकते हैं ।

इससे रूस और चीन को भी एक मुत्तफ़िक़ा ( समस्त) पैग़ाम मिलेगा और अमेरीका का इस इलाक़ा में उरूज (बुलंदी) आइन्दा 10 साल तक बरक़रार रहेगा । मज़्मून निगार की दलील है कि हमले की काबिल-ए-एतिमाद धमकी वज़ीर-ए-आज़म इसराईल बिंजा मन नतन याहू (Binyamin Netanyahu) से इस मुतालिबा की तकमील (समाप्ती/ पूर्ती) भी होगी कि वाज़िह ( स्पष्ट/ साफ) सुर्ख़ ( लाल) लकीर क़ायम की जाय ताकि कारआमद ( उपयोगी) सिफ़ारती आलाकार साबित हो सके जो मुसबत भी हो सकता है ।

तेहरान को न्यूक्लीयर प्रोग्राम और खासतौर पर अफ़ज़ोदगी से बाज़ रखने के लिए अमेरीका की क़ियादत (नेतृत्व) में मग़रिबी ममालिक ने कई मआशी (माली हालात/ आर्थिक ) तहदेदात ( पाबंदिया) आइद कर रखे हैं। सदर महमूद अहमदी नज़ाद ने हाल ही मेंकहा था कि वो सख़्त तहदेदात (पाबंदियो) के बावजूद अपना न्यूक्लीयर प्रोग्राम तर्क नहीं करेंगे।