रियाद, 05 मार्च: (ए पी ) वज़ीर ए ख़ारेजा अमेरीका जान कैरी सऊदी अरब के दौरा पर आज रियाद पहुंच गए जहां उन्होंने अरब क़ाइदीन और ओहदेदारों से मुलाक़ात के दौरान कहा कि ईरान के न्यूक्लियर मसला के लिए सिफ़ारती यकसूई का अमल ग़ैर मुअय्यना मुद्दत तक बरक़रार नहीं रखा जा सकता।
कैरी ने वुज़राए ख़ारिजा कुवैत ,बहरैन ,ओमान और सऊदी अरब के वलीअहद शहज़ादा और वज़ीर ए ख़ारेजा सऊद अल-फ़ैसल से मुलाक़ात करते हुए कहा कि ईरानियों के मसला की यकसूई के लिए ईरानी अवाम को संजीदगी के साथ तजावीज़ पर अमल करना चाहीए। मुज़ाकरात बराए मुज़ाकरात सिर्फ़ ताख़ीर का हर्बा हो सकते हैं जिससे सूरत-ए-हाल मज़ीद ख़तरनाक हो जाएगी।
कैरी ने कहा कि सऊद अल-फ़ैसल ने न्यूक्लियर हथियारों के हुसूल से इरान को रोकने मुशतर्का कोशिश का अज़्म कर रखा है । इस सिलसिला में सऊद से उनकी बातचीत हुई। सऊद ने कहा कि रियाद न्यूक्लियर बोहरान की सिफ़ारती ज़राए से यकसूई की हर कोशिश की भरपूर ताईद करेगा।
उन्होंने ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम के बारे में शदीद शकूक-ओ-शुबहात ज़ाहिर किए और उम्मीद ज़ाहिर की कि मुज़ाकरात के ज़रीया इस मसला की यकसूई हो जाएगी। उन्होंने कहा कि वक़्त तेज़ी से गुज़रता जा रहा है और बातचीत हमेशा जारी नहीं रखी जा सकती । ईरान के इलावा कैरी ने जो बहैसीयत वज़ीर ए ख़ारेजा अमेरीका अरब ममालिक के पहले दौरा पर हैं , शाम की तशवीशनाक सूरत-ए-हाल पर भी सऊद अल-फ़ैसल से तबादला-ए-ख़्याल किया और सदर शाम बशर अल असद से इक़तिदार छोड़ देने के अमेरीकी मुतालिबा का इआदा करते हुए कहा कि बशर अल असद अपने मुल्क और अपने अवाम को तबाह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उन्हें मज़ीद बरसर-ए-इक्तदार रहने का कोई हक़ नहीं है। सऊदी अरब और दीगर कई ख़लीजी ममालिक समझा जाता है कि शामी बाग़ीयों को हथियार सरबराह कर रहे हैं। ताहम उन्हें अभी तक मग़रिबी ममालिक से मोहलिक हथियार सरबराह नहीं किए गए।
मेज़बान वज़ीर ए ख़ारेजा ने कहा कि आज के मुज़ाकरात में सऊदी अरब ने शामी अवाम के ख़ुद हिफ़ाज़ती के जायज़ हक़ की भरपूर ताईद की क्योंकि ख़ुद उनकी हुकूमत इनका ख़ून बहा रही है । सऊद अल-फ़ैसल ने कहा कि सऊदी अरब अपनी मक़दूर भर कोशिश करेगा क्योंकि उसे शाम में क़त्ल-ए-आम पर गहरी तशवीश है और अख़लाक़ी एतबार से वो अपना फ़र्ज़ अदा किए बगै़र ख़ामोश तमाशाई नहीं रह सकता।
कैरी ने रियाद में फ़लस्तीनी क़ाइद महमूद अब्बास से भी मुलाक़ात की जो रियाद के दौरा पर हैं। कैरी सऊदी अरब से मुत्तहदा अरब अमीरात और क़तर का दौरा करेंगे। अमेरीका और सऊदी अरब ने ईरान और शाम के सिलसिला में मुत्तहदा महाज़ क़ायम करने का भी फ़ैसला किया है और सदर शाम को इंतिबाह दिया है कि वो हुकूमत के ख़िलाफ़ जंग करने वाले बाग़ीयों की ताईद में इज़ाफ़ा कर देंगे अगर बशर अल असद इक़तिदार से दस्तबरदार होने के लिए तैयार ना हों।
दोनों ममालिक ने मुत्तहदा महाज़ के ज़रीया ईरानी क़ियादत को भी ख़बरदार किया कि बोहरान की सयासी यकसूई का वक़्त तेज़ी से गुज़रता जा रहा है और ईरान के मुतनाज़ा न्यूक्लियर प्रोग्राम से उसकी दस्तबरदारी के सिवाए बोहरान की यकसूई का कोई मुतबादिल रास्ता नहीं है।