एक इराकी महिला ने दावा किया है कि वह अपने परिवार के मौत का बदला लेने के लिए इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के दो लड़ाकों का सर काटकर पकाया है। उन्नतीस वर्षीय वहीदा मोहम्मद अल-जुमैली ने सीएनएन चैनल को बताया कि “मैंने उनसे अपने परिवार की हत्या का बदला लिया है। मैंनें उनके सिर काटकर पकाया, फिर उनके शरीर को जला दिया। यह सब कुछ मेरे फेसबुक पेज पर आप देख सकते हैं।” कुछ समय पहले वहीदा मोहम्मद के पति, तीन भाई और पिता की हत्या का इस्लामिक स्टेट ने कर दी थी।
वहीदा मोहम्मद को उम हनादी के तौर पर पहचाना जाता है। वहीदा उत्तरी इराक के सलाहुद्दीन प्रांत के शीरकत क्षेत्र में आदिवासी नागरिक सेना की सदस्य हैं। यह आईएसआईएस के ठिकानों वाले शहर मोसुल से 50 मील की दूरी पर स्थित है।
एक हफ्ते पहले वहिदा ने एक अखबार से कहा था कि उसने अकेले ही 18 आतंकियों को ढेर कर दिया। उन्होंने कहा कि वह एक परिवार की तरफ लड़ रही है। उनका कहना है कि वो साल 2004 से इराकी सुरक्षा बलों और गठबंधन सेनाओं के साथ मिलकर आतंकियों से लड़ रही हैं। हनादी ने कहा है कि उनको आईएसआईएस के शीर्ष नेतृत्व नेताओं ने कई बार धमकी दी और कहा कि वो मेरी हत्या कर देंगे। उन्होंने मेरी हत्या करवाने के लिए छह बार जानलेवा हमला करा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मेरे सिर और पैर में छर्रे है, और मेरी पसलियां टूट गई थी। लेकिन मैंने लड़ना नहीं छोड़ा।