बग़दाद । इराक़ के प्रधानमंत्री नूरी अल मालिकी ने जल्द चुनाव की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए अपने एक बयान में आज कहा कि सियासी परेशानीयों को हल करने के लिए लगातार कई कोशिशें की गई हैं, लेकिन उन के हामी उन्हें उन के ओहदे से हकालने के ख़ाहिशमंद हैं जबकि उन के वीरोधीयों ने उन के साथ बातचित करने से इनकार कर दिया है और उन से एसी पोलिसी इख़तियार करने का मुतालिबा कर रहे हैं, जिस के नतीजे में एक के बाद दूसरी परेशानी पैदा ना होसके जैसा कि फ़िलहाल देखा जा रहा है। जिन की वजह से इराक़ी लोगों के फाइदों को नुक़्सान पहुंच रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वो एसे मुतालिबों कि वजह से जलद से जल्द चुनाव का मुतालिबा करने पर मजबूर होगए हैं। तय वक़्त के मुताबिक़ अगाव पार्लिमेंट्री चुनाव 2014 में तय हैं, लेकिन दस्तूर की दफ़ा 64 के तहत पार्लीमैंट ज्यादा वोटों के ज़रीये खत्म होसकता है।
इस कार्रवाई कि शुरुआत दो तरीके से होसकती है। एक तो एक तिहाई पार्लीमेंट सदस्य उस की दरख़ास्त कर सकते हैं या फिर प्रधानमंत्री की तरफ से एसी दरख़ास्त पार्लीमेंट की मंज़ूरी हासिल करके की जा सकती है। इराक़ के राष्ट्रपती जलाल तालिबानी का इस मसले पर मौक़िफ़ अभि मालूम नहीं किया जा सका।