इराक़ धमाकों से दहल गया, 49 हलाक , 200 ज़ख़मी

इराक़ के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात आज तबाहकुन बम धमाकों से दहल गए, जिसके नतीजा में कम से कम 49 अफ़राद हलाक और दीगर 200 ज़ख्मी हो गए। इन हमलों में अक्सर शीया ज़ाइरीन और पुलिस मुलाज़मीन को निशाना बनाया गया है। ये धमाके इसे वक़्त हुए हैं जब बग़दाद में आलम अरब के सरकर्दा क़ाइदीन की कान्फ्रेंस के इनइक़ाद की तैयारीयां की जा रही हैं।

इस कान्फ्रेंस का मक़सद इराक़ में अमन‍ ओ‍ इस्तेहकाम की झलक पेश करना है। ताहाल किसी भी ग्रुप ने इन हमलों की ज़िम्मेदारी कुबूल नहीं की है, लेकिन हुक्काम ने शुबा ज़ाहिर किया है कि अलक़ायदा या फिर इस के हामीयों ने महिज़ आइन्दा हफ़्ता मुनाक़िद शुदणी सालाना अरब चोटी कान्फ्रेंस को नाकाम बनाने केलिए ये हमले किए हैं।

इराक़ में एक तवील अर्सा के बाद ये पहली अरब चोटी कान्फ्रेंस मुनाक़िद हो रही है। अमन-ओ-सलामती के अंदेशों के तहत गुज़श्ता बाद बग़दाद में अरब चोटी कान्फ्रेंस मंसूख़ कर दी गई थी। आला ओहदेदारों ने कहा कि शीया मुस्लमानों के मुक़द्दस मुक़ाम करबला ए मुअल्ला में आज इंतिहाई हलाकत ख़ेज़ हमले हुए, जहां पर हुजूम शॉपिंग कामपलेक्स और होटल पर दो कार बम धमाके किए गए।

इस हमला में इबतिदाई इत्तेलाआत के मुताबिक़ 13 अफ़राद हलाक और दीगर 50 ज़ख्मी हो गए थे। मुक़ामी सुबाई कौंसल के एक रुकन हुसैन शादाँ अलाबोदी ने इसकी तौसीक़ की है। उन्होंने मज़ीद कहा कि इन हमलों का मक़सद करबला ए मुअल्ला और दीगर इराक़ी शहरों में अमन-ओ-सलामती को दिरहम ब्रहम करना और हुकूमत पर अवाम के एतेमाद को मुतज़लज़ल करना है।

अलाबोदी ने कहा : ऐसा महसूस होता है कि दहश्तगर्द बग़दाद में मुनाक़िद शुदणी अरब चोटी कान्फ्रेंस को नाकाम बनाना चाहते हैं। इस हमले के ज़रीया अरब क़ाइदीन को ये पैग़ाम देने की कोशिश की गई है कि इनके दौरा के लिए इराक़ कोई महफ़ूज़ मुक़ाम नहीं है। दार-उल-हकूमत बग़दाद से 80 किलो मीटर दूर वाक़्य ( स्थित) करबला ए मुअल्ला को दुनिया भर के लाखों शीया ज़ाइरीन पहूंचते हुए दो अइम्मा किराम के सुनहरे रोज़ों पर हाज़िरी देते हैं।

महलोकीन में 5 ईरानी शहरी भी शामिल हैं। ज़राए ने कहा कि आज सुबह से ही इराक़ के मुख़्तलिफ़ शहरों में मोहलिक बम धमाकों की लहर दौड़ गई थी। मग़रिबी शहर फ़लू जा में अस्करीयत पसंदों ने एक आला पुलिस अफ़्सर की रिहायश गाह को धमाका से उड़ा दिया। बग़दाद के क़िला बंद ग्रीन ज़ोन के क़रीब कई बम रखे गए थे। शुमाली शहर किरकुक में एक पुलिस स्टेशन को धमाका से उड़ा दिया गया।

दीगर दो जुनूबी कस्बों में होटलों को बम धमाकों का निशाना बनाया गया। मजमूई तौर पर 8 शहर बम धमाकों से दहल गए, जहां अक्सर पुलिस और दीगर सरकारी हुक्काम को निशाना बनाया गया। तक़रीबन तमाम मुतास्सिरा शहरों में पुलिस और सेहत के शोबों से ताल्लुक़ रखने वाले अफ्सरान ने अपना नाम ज़ाहिर ना करने की शर्त पर इन धमाकों की तौसीक़ की है। महकमा पुलिस से वाबस्ता फ़ोटोग्राफ़र ने कहा कि वो काम के लिए पहूँचा ही था कि पुलिस स्टेशन के बाहर ज़बरदस्त धमाका हुआ।

वो बम में मौजूद आहनी टुकड़ों से टकराने के सबब मामूली तौर पर ज़ख़मी हुआ है। ब्रिगेड जनरल सरहद क़ादिर ने कहा कि वो रास्ता से गुज़र रहे थे कि एक मुक़ाम पर धमाका हुआ और वो फ़ौरन अपनी कार से उतर गए और देखा कि कई कारें तबाह हो गईं हैं और अक्सर कारों में कई नाशें बुरी तरह झुलसी हुई पाई गईं।