इराक़ बोहरान से हिन्दुस्तान को तेल की सरबराही ग़ैर मुतास्सिर

मर्कज़ ने कहा कि इराक़ की सूरत-ए-हाल फ़िक्रमंदी की वजह है और उमीद ज़ाहिर की कि ख़लीजी मुल्क में ये इंतेशार हिन्दुस्तान में तेल की सरबराही को मुतास्सिर नहीं करेगा। मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत बराए दिफ़ा राव‌ इंद्रजीत सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि इराक़ का नया मसला फ़िक्रमंदी की वजह है।

हमारी तेल पाइप्लाइन जुनूबी इराक़ से गुज़रती है। ताहाल दहशतगरदों ने इस पाइप्लाइन को हमलों का निशाना नहीं बनाया है लेकिन हुकूमत इस मसले पर गहिरी नज़र रखे हुए है। हमें उमीद है कि इराक़ की सूरत-ए-हाल बेहतर होजाएगी और हिन्दुस्तान को तेल की सरबराही मुतास्सिर नहीं होगी।

वो बादामी बाग़ कंट्रोन्मैंट में जंग की यादगार पर फूल चढ़ाने के बाद प्रेस कान्प्रेंस से ख़िताब कररहे थे। नई दिल्ली से मौसूला इत्तेला के बमूजब मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला राज नाथ सिंह ने कहा कि इराक़ में फंसे हुए हिन्दुस्तानियों के तख़लिया के लिए हिन्दुस्तान तमाम मुतबादिल तरीक़ों पर ग़ौर कररहा है। तमाम तजावीज़ पेश करदी गई हैं और हुकूमत उन पर ग़ौर कररही है।