इराक़ में इलेक्शन के बाद हमलों की लहर, 74 हलाकतें

सारे इराक़ में माबाद इलेक्शन हमलो की लहर चल पड़ी है जिस में बग़दाद और एक शुमाली शहर में पेश आए कार बम धमाके शामिल हैं, जिन के नतीजे में कम अज़ कम 74 अफ़राद हलाक होचुके हैं, ओहदेदारों ने आज ये बात कही।

कल तक की अम्वात की तादाद रात देर गए पेश आए हमलों के बाद बढ़कर 74 होगई है जिस से इराक़ में ज़ाइद अज़ 7 माह के दौरान कल का रोज़ सब से ज़्यादा खूँरेज़ साबित हुआ । मुल्क भर में बढ़ने वाली बदअमनी से ऐसे अंदेशे पैदा होगए हैं कि परेशानीयों से दो-चार क़ौम फिर एक बार भरपूर ख़ानाजंगी का शिकार हो सकती है।

इस तरह का तशद्दुद इराक़ को मज़ीद ग़ैर मुस्तहकम कर सकता है जब कि सयासी क़ाइदीन आपस में इत्तिहाद बनाते हुए 30 अप्रैल के इंतिख़ाबात के बाद कोई देरपा हुकूमत की तशकील के लिए जद्द-ओ-जहद कर रहे हैं। इन इंतिख़ाबात के नतीजा में वज़ीर-ए-आज़म नूरी अलमालिकी को मुस्तहकम मौक़िफ़ ज़रूर मिला है लेकिन वो अपने बलबूते पर तीसरी मीयाद की हुकूमत तशकील देने से क़ासिर हैं।

बग़दाद के मुहलिक तरीन हमले में एक ख़ुदकुश बमबार ने शुमाली इलाक़े क़दीमीया के शीया पड़ोस में धमाका करते हुए कम अज़कम 16 अफ़राद को हलाक और 52 दीगर को ज़ख़मी कर दिया।