इराक़ में दौलते इस्लामिया कारकुनों को निशाना बनाने अमरीकी डेल्टा फ़ोर्स तैय‌नात

वाशिंगटन: अमरीका ने अपनी आला सतही इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी डेल्टा फ़ोर्स को इराक़ में खु़फिया कार्यवाहियां करते हुए आला सतही दौलते इस्लामिया कारकुनों को गिरफ़्तार करने, उनको हलाक करने और उनके ख़िलाफ़ सुराग़ जमा करने के लिए तैय‌नात किया है। फ़ौज की आला सतही डेल्टा फ़ोर्स के एक ओहदेदार ने कहा कि ये ग्रुप गुज़िश्ता कई हफ़्ते तैयारी के लिए वक़्फ़ करचुका है जिसमें सरकारी मकानात का क़ियाम, सुराग़ रसानी नैटवर्क का क़ियाम और इराक़ी-ओ-पेश मुर्गा फ़ौज के साथ तआवुन पर मबनी कार्यवाहीयां करना शामिल हैं।

यही हिक्मत-ए-अमली ख़ुसूसी फ़ौज ने माज़ी में भी जंग के इलाक़ों में इख़तियार की थी। डेल्टा फ़ोर्स अपनी इस हिक्मत-ए-अमली का इआदा करेगी। इराक़ और अफ़्ग़ानिस्तान में कई बरसों तक अमरीका ने इस हिक्मत-ए-अमली को आज़माया है। ओहदेदार ने कहा कि मन्सूबे के तहत काफ़ी सुराग़ जमा किए जा चुके हैं ताकि दहशतगरदों की इमारतों और पोशीदा ठिकानों पर धावे किए जा सकें।

जो सुराग़ उन मुक़ामात से दस्तियाब हुए हैं जैसे कि लैप टॉप्स और सेल फोन्स, फ़ौज, दौलते इस्लामिया के नेटवर्क़्स के बारे में मज़ीद मालूमात हासिल करने और मज़ीद मुताल्लिक़ा निशानों पर तेज़-रफ़्तार हमले करने की तैयारी कर रही है। ये हिक्मत-ए-अमली मई 2015 में कामयाब साबित हो चुकी है जबकि डेल्टा फ़ोर्स ने शाम की एक इमारत पर धावा किया था और दौलते इस्लामिया के कारकुन अब्बू सय्याफ़ को हलाक और इसकी बीवी को गिरफ़्तार कर लिया था|