इराक़ में बम हमलों की लहर 65 अफ़राद हलाक

बग़दाद 22 जुलाई (एएफ़पी)। बम हमलों की एक लहर से सूबा बग़दाद में 65 अफ़राद हलाक होगए। सरकारी ओहदेदारों के के मुताबिक़ इराक़ 2008 के बाद पहली बार बदतरीन तशद्दुद पर क़ाबू पाने की कोशिश कररहा है, जिसमें जारिया माह 520 से ज़्यादा अफ़राद हलाक होचुके हैं।

हफ्ते की रात 12 कार बम धमाके और लबे सड़क बम धमाके शहर बग़दाद में पेश आए। एक और बम धमाका शहर मदाइन में जो दार-उल-हकूमत बग़दाद के जुनूब में है, किया गया। पुलिस कर्नल और महिकमा-ए-सेहत के ओहदेदार ने कहा कि बम धमाकों से 190 अफ़राद ज़ख़मी होगए।बग़दाद के शहरी जब इफ़तार के बाद होटलों में आराम लेने और रमज़ान की ख़रीदारी करने के लिए बाहर निकले थे तो उन्हें बम हमलों का सामना करना पड़ा। मोहलिक तरीन वाक़ियात में दो कार बम धमाके भी शामिल हैं जिन से इलाक़ा ख़रादा में 12 अफ़राद हलाक होगए जब कि दो कार बम धमाके और एक लबे सड़क बम धमाका इलाक़ा ज़फ़रानिया में पेश आया। दोनों वाक़ियात वसती बग़दाद में हुए।

शुमाली इराक़ में भी तशद्दुद फूट पड़ा। एक तिलायागर्द पुलिस पार्टी के क़रीब लबे सड़क बम धमाके से एक मुलाज़िम पुलिस हलाक और दूसरा ज़ख़मी होगया। ये वाक़िया शहर मूसिल में पेश आया। शहर के जुनूब मशरिक़ में कार बम धमाके से एक ख़ातून हलाक और दीगर 22 अफ़राद बिशमोल 7 मुलाज़िमीन पुलिस ज़ख़मी होगए। मग़रिबी इराक़ में बम हमले से 3 अफ़राद ज़ख़मी हुए। यह दिन इराक़ में मोहलिक तरीन तशद्दुद का दिन था। दस दिन के बाद जिस दिन 78 अफ़राद हलाक हुए थे। एक ही दिन में बमबारी से पुरहजूम सुन्नी मस्जिद में जो बग़दाद के शुमाल में कम अज़ कम 20 अफ़राद हलाक होगए। अस्करीयतपसंदों ने सुन्नी और शिया दोनों मसाजिद को हालिया महीनों में हमले का निशाना बनाया है जिसकी वजह से ये अंदेशे दुबारा पैदा होगए हैं कि फ़िर्कावाराना कशीदगी दुबारा फैल जाएगी जिसमें गुज़श्ता बरसों में लाखों अफ़राद हलाक किए जा चुके हैं।

2,700 से ज़्यादा अफ़राद 2013 के आग़ाज़ से हलाक किए गए हैं। ए एफ़ पी के आदाद-ओ-शुमार के बमूजब जो फ़ौजी और तिब्बी ज़राए के फ़राहम करदा हैं, हलाकतों की तादाद ताहाल 2,700 है। इस शोरिश के बारे में ज़्यादा तर सीनीयर ओहदेदारों और मज़हबी क़ाइदीन ने गहिरी ख़ामोशी इख़तियार कर रखी है।