इराक़ में स्वीडन की लड़की को दाअश के क़बज़े से आज़ाद कराया गया

अरबेल: (राईटर इराक़ में कुरद ख़ुसूसी फ़ौजी दस्ता ने गुज़िशता हफ़्ते ख़ुद-मुख़्तार कुरद इलाक़े में छापामार कर इस्लामिक स्टेट दाअश के क़बज़े से स्वीडन की यरग़माल लड़की को आज़ाद करा लिया है और अब उसे स्वीडन भेजने कि कोशिश की जा रही है|

स्वीडन की 16 साला दोशीज़ा पिछले साल अपने ब्वॉय फ्रैंड की जाल में फंस कर शाम आई थी और बाद में वो इराक़ पहुंच गई थी। इस को17 फरवरी को इस्लामिक स्टेट के मक़बूज़ा इलाक़ा मूसिल से बचाया गया था|

ये इत्तेला कुरद महिकमा इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी ने एक बयान में दिया है। कुरद सलामती दस्ता ने आज़ाद कराई गई लड़की की शनाख़्त कर ली है। वो स्वीडन के बोरिस क़स्बे की रहने वाली है। इस को स्वीडन में दाअश के एक रुकन ने शाम के सफ़र के लिए गुमराह किया था।

कुरद सलामती काउंसिल ने स्वीडन के हुक्काम और मग़्विया लड़की के ख़ानदान के अरकान से बात कर के इस के बारे में पता लगाया है। इस वक़्त वो कुरद इलाक़े में है जहां से उसे स्वीडन के हुक्काम के सुपुर्द किया जाएगा। कुरद सिक्योरिटी सर्विस का अंदाज़ा है कि मग़रिबी ममालिक के कई नौजवान और लड़कियां अपने घर छोड़कर इराक़ और शाम आ गए हैं|

दाअश के चंगुल से आज़ाद होने के बाद अपने पहले इंटरव्यू में स्वीडन की नौख़ेज़ लड़की ने बताया कि दाअश ख़ुदसाख़ता ख़िलाफ़त में ज़िंदगी वाक़ई काफ़ी दुशवार है और इस को इस के ब्वॉय फ्रैंड ने वहां जाने के लिए बहलाया था|