जंग ज़दा इराक़ से 5 जुलाई को कूची पहुंचने वाली 46 नर्सेस की मदद के लिए मज़ीद तैक़ूनात का सिलसिला जारी है। सदर नशीन एसटर डी एम हैल्थ केर और डायरेक्टर ग़ैर मुक़ीम केरला के शहरीयों की एसोसीएशन डाक्टर आज़ाद मोपीन ने पेशकश की है, हर नर्स की फ़ौरी ज़रूरीयात की तकमील के लिए 25 हज़ार रुपये की रुकमी इमदाद की जाएगी और हिन्दुस्तान-ओ-बैरून-ए-मुल्क मुख़्तलिफ़ इंतेज़ामियों में उन्हें मुलाज़िमत के मवाक़े फ़राहम किए जाऐंगे।
वो हिन्दुस्तान में तक़रीबन 4,500 और बैरून-ए-मुल्क 5,000 अफ़राद को अपने 170 से ज़्यादा इंतेज़ामियों में मुलाज़िमतें फ़राहम करचुके हैं। उन के अरकान-ए-अमला में 1500 से ज़्यादा नर्सेस शामिल हैं। मुत्तहदा अरब इमारात के एक हिन्दुस्तानी ताजिर ने भी 46 हिन्दुस्तानी नर्सेस को मुत्तहदा अरब इमारात में मुलाज़िमतें फ़राहम करने का पेशकश किया है। इन एमसी हैल्थ केर ग्रुप के सी ई ओ डाँ बी आर शेट्टी ने भी मुलाज़िमतों की पेशकश की है।