इर्फ़ान पठान के इंतिख़ाब का इमकान सिरी सांत् ज़ख़मी

मुंबई 5 दिसमबर ( स्पोर्टस डेस्क)किया ऑलराउंडर इर्फ़ान पठान क़ौमी टीम में वापसी कृपाएंगे ? । ये एसा सवाल है कि जिस का आज जवाब मिल जाएगा । क़ौमी सिलेक्टर्स का आज इजलास होगा जिस में ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज़ केलिए प्रवीण कुमार के मुतबादिलखिलाड़ी का इंतिख़ाब अमल में लाया जाएगा कीवनका प्रवीण कुमार टीम में शमूलीयत के बाद ज़ख़मी होगए हैं।

मुतबादिल के तौर पर सिरी सांत् के इंतिख़ाब का ज़्यादा इमकान थाताहम वो भी ज़ख़मी होगए हैं उसे में एक बार फिर सिलेक्टर्स की तवज्जा इर्फ़ान पठान कीजानिब मबज़ूल होसकती है जो गुज़शता दो बरस से सिलेक्टर्स की तवज्जा हासिल करने की तग-ओ-दो कर रहे हैं और राणजी ट्रॉफ़ी में उन्हों ने हालिया वक़्तों में बहतरीन मुज़ाहराकिया है । इर्फ़ान पठान मुसलसल ज़ख़मी रहने और पीठ की तकलीफ की वजह से औरनाक़िस मुज़ाहरा की वजह से मैदान से बाहर रहे हैं और वो तवील वक़्त के बाद ग्राउंड पर वापिस हुए हैं । उन्हों ने जारीया सीज़न में बड़ौदा केलिए चार मेचस में 21 वकटस लेते हुए सब की तवज्जा हासिल करली है और अब सिलेक्टर्स को इस जानिब तवज्जा करने की ज़रूरत है ताकि टीम इंडिया में एक बार फिर पठान की वापसी होसके ।

राणजी ट्रॉफ़ी के चार मेचस में इर्फ़ान ने तीन मर्तबा पाँच वकटस हासिल किए हैं। उन्हों ने इंतिहाई कफ़एती बौलिंग के ज़रेआ ये वकटस हासिल किए हैं और चूँकि टीम इंडिया को अब ऑस्ट्रेलिया जैसीताक़तवर टीम के ख़िलाफ़ एक तजरबाकार बोलर की ज़रूरत होगी इस लिए उन के इंतिख़ाबकी राह हमवार दिखाई देती है । टीम इंडिया में वापसी केलिए हालाँकि इर्फ़ान को अभेनमेव मिथुन और वनए कुमार जैसे बोलर्स से मुसाबक़त का सामना भी है लेकिन सिलेक्टर्स होसकता है कि इर्फ़ान के ऑलराउंडर होने को देखते हुए और उन की तजुर्बा की बुनियाद पर उन्हें मौक़ा दे सकते हैं कीवनका सिलेक्टर्स को ये अंदाज़ा ज़रूर है कि ऑस्ट्रेलियाई हालात में खेलना ज़्यादा आसान नहीं है ।

सिरी सांत् के ज़ख़मी होकर टीम में शमूलीयत से अलैहदगी के बाद इर्फ़ान की शमूलीयत की उम्मीदें बढ़ गई हैं। बाअज़ क्रिकेट हलक़ों का कहना है कि चूँकि इर्फ़ान पठान ने हालिया मेचस में बहतरीन मुज़ाहरा किया है और वो फ़िटनैस के एतबार से भी परफेक्ट हैं उसे में इन की शमूलीयत के इमकानात ज़्यादा होगए हैं। अब वो बहुत अच्छी बौलिंग कर रहे हैं और गेंद को दोनों ही जानिब सवोइंग करवाने में कामयाब हुए हैं उसे में वो एक ताक़तवर दावेदार बन कर उभरे हैं कीवनका अगर कोई बाएं हाथ का बोलर किसी सीधे हाथ के बल्लेबाज़ केलिए गेंद को इन सवोइंग करवा सकता है तो वो बहतरीन समझा जाता है । बाअज़ क्रिकेट माहिरीन का ख़्याल है कि इर्फ़ान अब नपी तली गेंदबाज़ी कर रहे हैं और उन की तेज़ी में भी इज़ाफ़ा हुआ है ।

अब वो जितनी तेज़ बौलिंग कर रहे हैं वो पहले इतनी तेज़ी से नहीं कर पाए थे । तेज़ी के साथ जब वो गेंद को सवोइंग करवा रहे हैं तो टीम इंडिया में उन्हें शामिल ना किए जाने की कोई वजह नज़र नहीं आती । ज़राए का कहना है कि बहैसियत क्रिकेटर इर्फ़ान पठान ने मुसलसल दो साल से मेहनत की है । उन की मेहनत उन के हालिया राणजी ट्रॉफ़ी मुक़ाबलों में देखने में आई है जहां उन्हों ने अच्छी औसत से बौलिंग करते हुए विकटें हासिल की हैं।

सिलेक्शन कमेटी के ज़राए का भी कहना है कि ऑस्ट्रेलियाई हालात में हिंदूस्तानी टीम को एक ऑलराउंडर की ज़रूरत यक़ीनन महसूस होगी और इर्फ़ान चूँकि ऑलराउंडर हैं इस लिए उन्हें मिथुन और वनए कुमार पर सबक़त मिल सकती है । बाअज़ दीगर क्रिकेटरस का कहना है कि इर्फ़ानपठान को अपनी बौलिंग में मज़ीद तेज़ी पैदा करने की ज़रूरत है और वो मौजूदा रफ़्तार के साथ ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरस पर असरअंदाज़ नहीं हो पाएं गे।