हैदराबाद 30 मई: साइबराबाद पुलिस ने एक एसे कमउमर सरग़ना को गिरफ़्ता रकरलया जो मुफ़्त फ़ोन कॉलिंग के ज़रीये अवाम को फ़ायदा और कंपनीयों को नुक़्सान कर रहा था। रियासत ओडिशा के एक गांव से ताल्लुक़ रखने वाला ये सरग़ना हिमालया मोहंती की उम्र 19 साल बताई गई है जिसने एक इलेक्ट्रॉनिक कंपनी के टूल फ़्री नंबर को हाईक करते हुए मुफ़्त फ़ोन कालीइंग से कंपनी को नुक़्सान कर रहा था। आईटीआई ज़ेर-ए-तालीम मोहंती ने इस कंपनी को 60 लाख रुपये नुक़्सान का मूजिब बन गया जबकि ना ही ये नौजवान लैपटॉप का इस्तेमाल करता है और ना ही उस के यहां कोई कम्पयूटर सिस्टम है बल्के ये सिवाए ओडिशा ज़बान के किसी और तरफ से वाक़फ़ीयत भी नहीं रखता और सिर्फ अपने पुराने तीन इंच स्क्रीन वाले मोबाईल फ़ोन के ज़रीये ये तमाम हरकतें कर रहा था।
उसने वेब साईट और टूल फ़्री नंबर को हाईक करने में इतनी महारत हासिल करली थी कि वो ओडिशा के एक गांव में रहते हुए बज़रीया इंटरनेट में ये तास्सुर दे रहा था कि वो चली, कनाडा, यूरूपी और अमेरीकी और बर्तानवी ममालिक में है। ये बात इंस्पेक्टर साइबर क्राईम साइबराबाद मुहम्मद रियाजुद्दीन ने बताई जिन्हों ने काफ़ी मशक़्क़त के बाद इस शातिर दिमाग़ आई टी से नावाक़िफ़ सरग़ना को गिरफ़्तार करने में कामयाबी हासिल की।
उन्होंने बताया कि टोल फ़्री नंबर पर राबिता क़ायम करने से फ़ोन करने वाले को माली बोझ नहीं पड़ता जबकि उस का बोझ भी मुताल्लिक़ा कंपनी बर्दाश्त करती है जिस कंपनी ने शिकायत दर्ज करवाई थी इस कंपनी का कहना था कि सीज़न में भी उन्हें एक लाख से ज़ाइद बिल नहीं आता था जबकि 60 लाख रुपये का बिल वसूल हुआ। हिमालया मोहंती ने कंपनी के टोल फ़्री नंबर के आउट गोइंग बलॉक को हाईक कर लिया और ये तरीका-ए-कार उसने भी ज़रीया इंटरनेट आलमी सतह पर मौजूदा सरगुनों से हासिल किया।
इन सरगुनों के ग्रुप में शामिल हो गया और तरीका-ए-कार को सीखने लगा जबकि वो उनसे तबादला करने के लिए गूगल ट्रांसलेटर का इस्तेमाल करता था और ओडिशा ज़बान से चीनी, जापानी, लातीनी, अमेरीकी-ओ-दुसरे ज़बानों में अपने ग्रुप के लोगों से बात करता था और अपनी वेब साईट के ज़रीये फ़्री कालीइंग और फेसबुक टिविटर ईमेल के एकाऊंटस हाईक करने की तरग़ीब देते हुए मुफ़्त मश्वरे और एनक रवाना करता था। इस दौरान जो इस से रुजू होते वो उन्हीं का एकाऊंट हाईक किया करता था। इस कमउमर सरग़ना को रियाजुद्दीन की टीम ने ओडिशा से गिरफ़्तार करके उसे अदालती तहवील में दे दिया।