इलेक्शन कमीशन को नोटिस का जवाब देने राहुल गांधी की मज़ीद मोहलत तलबी

नायाब सदर कांग्रेस राहुल गांधी ने आज इलेक्शन कमीशन की जानिब से पाकिस्तान की आई ऐस आई के मुज़फ़्फ़रनगर के फ़साद से मुतास्सिरा अफ़राद के रवाबित के बारे में तबसरे पर मिसाली ज़ाबता अख़लाक़ की ख़िलाफ़वरज़ी का इल्ज़ाम आइद करते हुए इलेक्शन कमीशन की जारी करदा नोटिस का जवाब देने के लिए मज़ीद एक हफ़्ता मुहलत तलब की।

उन्होंने कहा कि तहवारों के मौक़े पर उनकी मसरुफ़ियात का पेशगी तआवुन किया जा चुका है जिस के सिलसिले में उन्हें कई मुक़ामात का सफ़र करना है। इस लिए नोटिस का जवाब देने के लिए उन्हें मज़ीद एक हफ़्ता मोहलत दी जाये। नोटिस के जवाब की क़तई आख़िरी मोहलत आज सुबह 11:30 बजे तक थी।

चीफ़ इलेक्शन कमिशनर वी ऐस संपत के नाम अपने मकतूब में राहुल गांधी ने 31 अक्टूबर 9:30 बजे शब नोटिस वसूल होने का इद्दिआ करते हुए कहा कि उन्हें अपने मुशीरान क़ानूनी से मश्वरा करने की भी मोहलत नहीं मिली क्योंकि इनका प्रोग्राम पहले से तए शूदा था।

इसी वजह से वो इलेक्शन कमीशन की मुक़र्रर करदा मोहलत के अंदर नोटिस का जवाब देने से क़ासिर हैं। इलेक्शन कमीशन ने राजिस्थान और इंदौर में राहुल गांधी की तक़ारीर का जायज़ा लेने के बाद ये कार्रवाई शुरू की है और कहा है कि बादियुन्नज़र में राहुल गांधी मिसाली ज़ाबता अख़लाक़ की ख़िलाफ़वरज़ी के मुर्तक़िब मालूम होते हैं।

जारीया साल नवंबर और दिसम्बर में राजिस्थान और मध्य प्रदेश में असेम्बली इंतेख़ाबात मुक़र्रर हैं। राहुल गांधी ने अपनी तक़रीरों में कहा था कि मुज़फ़्फ़रनगर फ़िर्कावाराना फ़सादात‌ के मुतास्सिरा नौजवानों को पाकिस्तानी आई ऐस आई तहरीस-ओ-तरग़ीब देने कोशां है।