मर्कज़ी वज़ीर फाइनेंस पी चिदम़्बरम ने आज नरेंद्र मोदी पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि इलेक्शन कमीशन पर उनकी तन्क़ीद इंतेख़ाबात में बी जे पी की मायूसी ज़ाहिर करती है। उन्होंने कहा कि उनके ख़्याल में बी जे पी मायूस होगई है, ईसी वजह से इलेक्शन कमीशन पर इस तरह तन्क़ीद कररही है।
इलेक्शन कमीशन ने उन्हें दीगर तक़ारीर के इनीक़ाद की इजाज़त दी है। फिर उन्हें सिर्फ़ एक जलसे की इजाज़त देने से इनकार पर क्यों इतना ज़्यादा बरहम होना चाहिए। मोदी पर तन्क़ीद करते हुए चिदम़्बरम ने कहा कि जब एक सियासी पार्टी के विज़ारत-ए-उज़मा के उम्मीदवार बरहमी के अंदाज़ में इलेक्शन कमीशन पर तन्क़ीद करसकते हैं तो इस से ख़ुद उनकी शाइस्तगी ज़ाहिर होती है, इलेक्शन कमीशन की नहीं।
इलेक्शन कमीशन के मर्तबे में कोई कमी नहीं आई। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन एक दस्तूरी इदारा है और उसकी कारकर्दगी का तख़मीना इंतेख़ाबी नताइज के ऐलान के बाद किया जा सकता है। इलेक्शन कमीशन की ग़ैरमौजूदगी में राय दही के दौरान काफ़ी तशद्दुद होसकता था।
बेहतर होता कि इलेक्शन कमीशन के बजाय किसी और को तन्क़ीद का निशाना बनाते। राय दही पुरअमन अंदाज़ में हुई। इलेक्शन कमीशन ने ज़बरदस्त और बेहतरीन काम किया। चिदम़्बरम का तबसरा उस वक़्त मंज़रे आम पर आया है जबकि वाराणसी में जल्सा-ए-आम की इजाज़त ना दिए जाने पर बी जे पी ने इलेक्शन कमीशन पर अपनी तन्क़ीद में शिद्दत पैदा करदी है और उसकी जांबदारी को मशकूक क़रार दिया है।