इशरत एन्काउन्टर केस: एस् आई टी ने क़तई रिपोर्ट पेश कर दी

अहमदाबाद 19 नवंबर ( पी टी आई ) मुंबई से ताल्लुक़ रखने वाली नौजवान लड़की इशरत जहां और इस के तीन साथीयों की हलाकत की तहक़ीक़ात करनेवाली ख़ुसूसी तहक़ीक़ाती टीम ने इस केस में अपनी क़तई रिपोर्ट गुजरात हाइकोर्ट में पेश कर दी है ।

7 अक्टूबर को एक डयुरॆसन् बंच ने जो जस्टिस जईनत पटेल और जस्टिस अभीलाशा कुमारी पर मुश्तमिल थी ऐस आई टी को हिदायत दी थी कि वो हिदायत दी थी कि वो अपनी क़तई रिपोर्ट पेश कर दे जिस में ये वाज़िह किया जाय कि इशरत जहां और दीगर तीन अफ़राद का एन्काउन्टर् वाक़ई हक़ीक़ी था या फ़र्ज़ी था । गुजरात पुलिस का इद्दिआ था कि ये चारों दहश्तगर्द थे ।

एस् आई टी के एक रुकन ने बताया कि हम ने अदालत की हिदायत के मुताबिक़ अपनी रिपोर्ट हाइकोर्ट में पेश कर दी है । उन्हों ने इस रिपोर्ट पर कोई तबसरा करने से अक्कार कर दिया और कहा कि अब ये मुआमला अदालत के सपुर्द है जो तहक़ीक़ात का जायज़ा लेते हुए मुस्तक़बिल के लायेहा-ए-अमल पर फ़ैसला करेगी ।

ऐस आई टी के ज़राए ने कहा है कि रिपोर्ट में पुलिस एन्काउन्टर् की नौईयत पर रोशनी डाली गई है । 19साला इशरत जहां मुंबई में कॉलिज की तालिबा थी । इस का दीगर चार अफ़राद जावेद शेख़ उर्फ् प्राणेश पिल्लई अमजद अली राना और ज़ीशान जौहर के साथ अहमदाबाद क्राईम ब्रांच की जानिब से 15 जून 2004 को एन्काउन्टर् कर दिया गया था ।

क्राईम ब्रांच ने इस वक़्त इद्दिआ किया था कि ये चारों लश्कर-ए-तुयेबा के अरकान थे और वो चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर नरेंद्र मोदी को हलाक करने की मुहिम पर थे । इस केस में तहक़ीक़ात की रास्त निगरानी हाइकोर्ट ने की थी जिस ने गुज़शता साल ऐस आई टी की तशकील अमल में लाई थी ताकि इस एन्काउन्टर् की हक़ीक़त पर तहक़ीक़ात हो सकें ।

इशरत की वालिदा शमीमा कौसर और प्राणेश पिल्लई के वालिद गोपी नाथ पिल्लई ने अदालत में दरख़ास्तें दायर करते हुए इल्ज़ाम आइद किया था कि पुलिस का इद्दिआ ग़लत है और उन तमाम को एक फ़र्ज़ी एन्काउन्टर् में हलाक किया गया है । वो दहश्तगर्द नहीं थे ।