नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में आज इशरत जहां एनकाउंटर मामले में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई हो सकती है। इस याचिका में मांग की गई है कि हलफनामा बदलने के लिए तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम और गृह सचिव जीके पिल्लई पर कोर्ट की अवमानना का मामला चलाया जाए।
याचिका में यह भी मांग की गई है कि आरोपी गुजरात पुलिस के अधिकारियों के ख़िलाफ मामला रद्द कर उन्हें पुरस्कार दिए जाएं। याचिका में कहा गया है कि हेडली के बयान के बाद यह साफ हो गया है कि इशरत लश्कर की आतंकी थी। संसद में हंगामे के बीच इशरत जहां एनकाउंटर मुद्दे पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इशरत जहां जांच के मामले में गड़बड़ी हुई थी जिसकी आंतरिक जांच की जा रही है।
यह याचिका वकील मनोहर लाल शर्मा ने दाखिल की है। हालांकि अपील में पी चिदंबरम और पिल्लई का नाम नहीं है लेकिन यह पूरा मामला इन दोनों से जुड़ा हुआ है। पूरा विवाद पूर्व गृह सचिव जीके पिल्लई के बयान से खड़ा हुआ है। पिल्लई ने हाल ही में दावा किया था कि तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम के कहने पर इशरत से जुड़ा एफ़िडेविट बदल दिया गया था।
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