इशरत जहां की वालिदा को 2 लाख की इमदाद

जनाब ज़ाहिद अली ख़ान एडीटर सियासत ने आज गुजरात पुलिस के हाथों फ़र्ज़ी एंकाउंटर में शहीद इशरत जहां की वालिदा मुहतरमा शमीमा कौसर और हमशीरा मसर्रत जहां को दो लाख रुपये का चेक हवाला किया।

इस मौके पर मैनेजिंग एडीटर जनाब ज़हीर उद्दीन अली ख़ान और न्यूज़ एडीटर जनाब आमिर अली ख़ान, कांग्रेस क़ाइद ख़लीक़ उलरहमन के अलावा दुसरे मौजूद थे।

याद रहे कि सियासत के कालम निगार ज़फ़र आग़ा ने अपने कालम में इशरत जहां के ख़ानदान की कसमपुर्सी और माली मसाइब का तज़किरा करते हुए इस बदहाल और सितम रसीदा ख़ानदान की माली इआनत की तरफ़ अपने क़ारईन को राग़िब किया था।

जिस पर उन्हें और इदारा सियासत को कई ई मेल्स और ख़ुतूत मौसूल हुए जिस में मिल्लत का दर्द रखने वालों ने माली इआनत का पेशकश किया था जिस पर ज़फ़र आग़ा ने जज़बात से मग़्लूब होकर एक और आर्टीकल तहरीर किया था जो रोज़नामा सियासत के 29 दिसंबर 2013 के शुमारा में शाय हुआ।

इस आर्टीकल की इशाअत के बाद इदारा सियासत को क़ारईन सियासत की तरफ से 1,73,000 रुपये की रक़म मौसूल हुई थी। जनाब ज़ाहिद अली ख़ान ने ये फैसला किया कि मौसूला रक़म में सियासत मिल्लत रीलीफ़ फ़ंड से 27,000 रुपये रक़म की इआनत करते हुए इस ख़ानदान को दो लाख रुपये की इआनत की जाये, चुनांचे आज इशरत जहां की वालिदा और बहन को इदारा सियासत में दो लाख रुपये पर मबनी चेक हवाला किया गया। याद रहे कि गुजरात पुलिस ने इशरत जहां को अहमदाबाद में 15 जून 2004 को जावेद शेख उर्फ़ प्रणेश पिलाई, अमजद अली राना और ज़ीशान जौहर के हमराह एक फ़र्ज़ी एंकाउंटर में क़त्ल करदिया गया।