इशरत जहां मामले के आरोपी गुजरात के डीजीपी पांडे की सेवा में तीन महीने का विस्तार

गांधीनगर। गुजरात के प्रभारी डीजीपी पीपी पांडे की सेवा की अवधि में कल उनके कार्यकाल के अंतिम दिन तीन महीने का विस्तार कर दिया गया है । इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर मामले के आरोपी रहे पांडे 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वे 31 जनवरी को ही रिटायर होने वाले थे।

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न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के अनुसार केंद्र सरकार की कैबिनेट समिति ने राज्य सरकार की ओर से उन्हें तीन महीने का विस्तार देने की सिफारिश को स्वीकार कर लिया। इस संबंध में अधिसूचना कल ही जारी कर दी गई। उन्हें भ्रष्टाचार ब्यूरो के निदेशक के साथ ही प्रभारी डीजीपी के पद पर बरकरार रखा गया है। इसके साथ ही राज्य में नए डीजीपी के संबंध में अटकलें खत्म हो गई हैं।

गौरतलब है कि राज्य के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी गीता जोहरी ने कल मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और इस तरह की अटकलें थीं कि उन्हें पीपी पांडे के रिटायर के मामले में डीजीपी का पद सौंपा जा सकता है। पांडे इशरत जहां एनकाउंटर मामले में जुलाई 2013 में गिरफ्तारी के बाद उन्नीस महीने जेल में भी रहे थे और फरवरी 2015 में जमानत पर रिहाई के बाद उन्हें पदोन्नति देकर प्रभारी डीजीपी बना दिया गया था। इसे पूर्व पुलिस अधिकारी जूलियो रेबरो ने अदालत में चुनौती दी थी लेकिन अदालत ने इस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। पांडे ने इशरत जहां एनकाउंटर मामले में आरोपों से बरी करने के लिए सीबीआई की विशेष अदालत में अर्जी भी दे रखी है।